पानी पीना जरूरी है, इसमें कोई दो राय नहीं है। पानी पीने के कई फायदें होते हैं, जैसे- बेहतर याददाश्त, अच्छी मानसिक स्वास्थ्य, बेहतर रंगत और इससे हम उर्जावान बने रहते हैं। आजकल सोशल मीडिया पर भी सभी ‘हाइड्रेटेड रहें’ की सलाह दे रहे हैं। तो आखिर क्या मतलब है हाइड्रेटेड रहने का?
मिशिगन में ओकलैंड विश्वविद्यालय के नेफ्रोलॉजिस्ट और मेडिसिन के सहायक क्लीनिकल प्रोफेसर डॉ. जोएल टॉपफ बताते हैं, ‘जब लोग डिहाइड्रेशन की बात करते हैं, तो उनका मतलब किसी भी तरह की लिक्विड की कमी से होता है।’ वहीं बर्मिंघम के अलबामा विश्वविद्यालय की किडनी रिसर्चर केली ऐनी हाइंडमैन कहतीं हैं, ‘हाइड्रेटेड रहना निश्चित रूप से जरूरी है, लेकिन यह सोचना की ज्यादा पानी पीना हमें स्वस्थ बना देगा, ये सच नहीं है और न ही ये सच है कि हम सभी को दिन भर पानी पीते रहना चाहिए।
डॉक्टर टॉपफ कहते हैं, ‘हाइड्रेटेड रहने का मतलब शरीर में सोडियम और पानी जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स के बीच संतुलन होना है। और इसके लिए आपको दिन भर में 6-7 गिलास पानी के अलावा दूसरा कुछ लेने की जरूरत नहीं है।
दिनभर में कितना पानी पीना ज़रूरी?
पानी कितना पीना चाहिए- यह मौसम, आप इनडोर या आउटडोर में है, इस पर निर्भर करता है। साथ ही, अगर आपको कोई बीमारी है जैसे किडनी या हार्ट से संबंधित तो ज्यादा पानी पीने की जरूरत होती है। पानी तब पीना चाहिए जब आपको प्यास लगे। हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ प्यास का पता चल पाने में मुश्किल आती है, ऐसे में बिना प्यास लगे आप कभी भी पानी पी सकते हैं।
क्या हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी पीना चाहिए?
वेन स्टेट यूनिवर्सिटी की व्यायाम और खेल वैज्ञानिक डॉ. तमारा ह्यू-बटलर कहती है कि पोषण को ध्यान में रखकर देखा जाए तो फलों के रस या सोडा से भी हाइड्रेटेड रहा जा सकता है। साथ ही किसी भी तरह का पेय आपके शरीर में पानी पहुंचाता है।
क्या बिना प्यास के ज्यादा पानी पीने से सेहत में सुधार होगा?
डॉ. टॉपफ बताते है कि बिना प्यास के ज्यादा पानी पीना अच्छा नहीं होता। सिर्फ उन लोगों के लिए अच्छा होता है जिन्हें गुर्दे में पथरी या पॉलीसिस्टिक किडनी रोग हो। उनके लिए प्यास से थोड़ा अधिक पानी पीना फायदेमंद हो सकता है।
कई बार ऐसा होता है कि अधिक पानी पीने वाले लोग कभी लो महसुस करने पर ये सोचने लगते हैं कि वो डिहाइड्रेशन का शिकार हो गए हैं लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होता। डॉ. हाइंडमैन कहतीं हैं, ‘शायद उन्हें सिरदर्द हो गया हो या वो लो फील कर रहे होंगे। उन्हें लगता है कि वो डीहाइड्रेटेड है और उन्हें और पानी पीने की ज़रूरत है। वे ज्यादा से ज्यादा पानी पीते रहते हैं जिससे स्थिति में सुधार के बजाए उनका स्वास्थ्य और बिगड़ जाता है।
कैसे पता चलेगा कि आप हाइड्रेटेड हो?
दरअसल, आपका शरीर आपको बता देगा। एक्सपर्ट कहते है कि हाइड्रेटेड रहने के लिए सबसे अच्छी सलाह है- प्यास लगने पर पानी पिएं।