Dengue: राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है। यूपी के कई जिलों में भी डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। डेंगू बुखार में प्लेटलेट लगातार गिरने लगता है। इससे डेंगू संक्रमित की स्थिति गंभीर हो जाती है।

डाक्टरों के अनुसार हमारे शरीर में प्लेटलेट्स 1.50 लाख से 4.50 लाख तक होना चाहिए। डेंगू के केस में प्लेटलेट्स घटने लगते हैं, लेकिन तब तक नहीं घबराना चाहिए जब तक ब्लीडिंग न हो या प्लेटलेट काउंट 10,000 से कम हो। ऐसी स्थिति में प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती है, लेकिन इसके बारे में आपका डॉक्टर ज्यादा उचित सलाह दे सकता है।

डेंगू के लक्षण: (Dengue Symptoms)

डेंगू संक्रमित होने पर तेज बुखार से साथ जोड़ो में दर्द होने लगता है। साथ ही शरीर में चकत्ते भी पड़ जाते हैं। कई बार संक्रमित मरीजों को उल्टी भी आती है और सिर में दर्द होता है। डॉक्टरों के मुताबिक डेंदू के लक्षण नजर आने में तीन से चौदह दिनों का समय लग सकता है।

डेंगू में क्यों गिरता है प्लेटलेट?

डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है। इसका वायरस जब शरीर में पहुंचा है, तो प्लेटलेट को संक्रमित करता है। इस कारण प्लेटलेट लगातार गिरने लगता है। प्लेटलेट गिरने से डेंगू वायरस से लड़ने वाले सेल नष्ट हो जाते हैं। इसलिए डेंगू होने पर प्लेटलेट का कंट्रोल होना बहुत जरूरी होता है।

डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय

डेंगू होने पर लगातार गिरते प्लेटलेट्स को आप घरेलू उपचार से भी बढ़ा सकते है। नारियल पानी, जौ का जूस, गिलोय, कीवी, अनार, चुकंदर, राजमा, मूंगफली और संतरे का नियमित सेवन कर अपने प्लेटलेट्स को बढ़ा सकते हैं। साथ ही पपीते के पत्ते का रस भी प्लेटलेट्स बढ़ाने में बहुत सहायक माने गए हैं। डॉक्टर कहते हैं कि डेंगू के मरीजों का पर्याप्त रेस्ट करना चाहिए। रिकवरी में इसका भी बड़ा योगदान है।