डायबिटीज की समस्या आम बन चुकी है। भारत में हर साल डायबिटीज से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मधुमेह के कारण शरीर में अन्य बीमारियों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है। डॉक्टर कहते हैं कि डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। डाइट के साथ-साथ सही मात्रा में नींद लेना भी बेहद जरूरी है। जी हां, आपने ठीक पढ़ा। डायबिटीज के मरीजों को अच्छी और भरपूर मात्रा में नींद लेने की जरूरत होती है।

सही मात्रा में नींद न मिलने के कारण डायबिटीज के मरीजों में टाइप -2 डायबिटीज होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा डायबिटिक लोगों को कई अन्य परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। जैसे कि शरीर में इन्सुलिन की कमी होने लगती और ब्लड शुगर भी बढ़ने लगता है। आइए जानते हैं डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को नींद कैसे प्रभावित करती है और कितनी  कम से कम कितनी मात्रा में नींद लेनी चाहिए।  

ब्लड शुगर नींद को कैसे प्रभावित करती है?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार जब डायबिटीज के मरीज रात में ठीक से सो नहीं पाते हैं या फिर कम नींद लेते हैं तो उससे डायबिटीज मरीजों को कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। दरअसल रात में कम नींद लेने पर डायबिटीज मरीज पूरे दिन थका हुआ महसूस करते हैं और थका हुआ महसूस करने पर अपनी डाइट के हिसाब से ज्यादा भी खा लेते हैं। जिससे उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है।   

डायबिटीज मरीजों के लिए  कितनी नींद है जरूरी? How many hours of sleep should diabetics get?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। इसके अलावा शुगर के मरीजों के सोने का कोई निश्चित समय तो नहीं बताया गया है लेकिन बेहतर यही होगा कि डायबिटीज के मरीज अच्छी और भरपूर मात्रा में नींद लें ताकि सुबह जगने के बाद आप पूरे दिन तरो-ताजा व एनर्जेटिक महसूस करें। 

शुगर के मरीजों को क्या 5 चीजें करनी चाहिए और क्या 5 चीजें बिल्कुल नहीं? देखें VIDEO

ये 5 काम भी बेहद जरूरी What is the best way to maintain diabetes?

  • हर दिन कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज जरूर करें
  • अनियंत्रित खानपान से बचें, जंक फूड न खाएं
  • शुगर की चार्टिंग भी लगातार करते रहें