मधुमेह वाले लोगों को हर समय अपने रक्त शर्करा के स्तर पर नजर रखनी होती है, अन्यथा कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। मधुमेह के रोगियों को कुछ ऐसे स्वस्थ आहार का सेवन करना चाहिए जिससे उनकी सेहत में सुधार हो। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर किचन में मौजूद हल्दी का इस्तेमाल किया जाए तो ग्लूकोज लेवल बना रहता है। आइए जानते हैं हल्दी और डायबिटीज के बारे में-

डायबिटीज के मरीजों के फायदेमंद है हल्दी

हल्दी एक ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल कई सब्जियां और व्यंजन बनाने में किया जाता है, लेकिन आपको शायद इस बात की जानकारी नहीं होगी कि हल्दी के सेवन से डायबिटीज के मरीजों को भी फायदा हो सकता है।

हल्दी बैड कोलेस्ट्रॉल को कर सकती है खत्म

हमारे रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से रक्त शर्करा का स्तर भी बढ़ जाता है। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बढ़ते ग्लूकोज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। अगर आप इसका नियमित सेवन करते हैं तो माइग्रेन जैसी परेशानी में भी आपको रात हो जाएगी। इसके लिए आप हल्दी को पानी में मिलाकर पी सकते हैं। साथ ही अगर आप इस मसाले को दूध में मिलाकर पीते हैं तो यह सेहत के लिए फायदेमंद होगा। इसके अलावा अगर नाश्ते में दूध, हल्दी और काली मिर्च मिलाकर सेवन किया जाए तो यह मधुमेह के रोगियों को निश्चित रूप से राहत देगा।

जोड़ों के दर्द में राहत दिलाए हल्दी

हल्दी का प्रयोग खून बहने से रोकने के लिए भी किया जाता है। चोट लगने पर इस मसाले का पेस्ट बना लें और प्रभावित जगह पर लगाएं। इसके अलावा जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है।

यूरिक एसिड में भी हल्दी कारगर

अगर आपको सर्दी, खांसी या जुकाम है तो आपको हल्दी वाला दूध जरूर पीना चाहिए, इससे जल्दी आराम मिलता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड बढ़ गया है उन्हें रोजाना हल्दी और दूध मिलाकर पीना चाहिए।

हल्दी इम्युनिटी को करती है बूस्ट

हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं, जो हमें कई तरह के इंफेक्शन से बचाता है। इस मसाले से हमारी पाचन क्रिया स्वस्थ रहती है, जिससे कई अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।