High Purine Foods: यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो शरीर में तब बनता है जब शरीर प्यूरीन नामक प्रोटीन का संसाधन करता है यानि उसको छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है। शरीर में जब यूरिक एसिड अधिक मात्रा में बनने लगता है तो इससे लोग कई बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं। गठिया रोग, जोड़ों में दर्द, गाउट (एक प्रकार का गठिया) और सूजन जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का एक आम कारण यूरिक एसिड का बढ़ना भी माना जाता है। प्यूरीन हमारे शरीर में खुद-ब-खुद तो बनते ही हैं, साथ में ये प्रोटीन कुछ फूड आइटम्स में भी मौजूद होते हैं। ऐसे में शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कम रखने के लिए वैसे खानों से परहेज करना चाहिए जिनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक हो।
इन खाद्य पदार्थों से बना लें दूरी: कई शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि हाई प्यूरीन फूड को अपनी डाइट से दूर रखने पर शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा काबू में रहती है। मांसाहारी लोगों को हाई यूरिक एसिड की समस्या अधिक देखने मिल सकती है इसलिए जरूरी है कि वो लोग सी-फूड से परहेज करें। वहीं, चिकेन व मटन में भी कलेजी व गुर्दा खाने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा में वृद्धि देखने को मिल सकती है। इसके अलावा, शाकाहारी लोगों को भी कुछ सब्जियों व खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में कम से कम शामिल करना चाहिए। इनमें पालक, मटर, फूल गोभी, राजमा व मशरूम शामिल हैं जिनमें प्यूरीन की मात्रा मोडरेट से हाई हो सकती है।
इनसे भी परहेज है जरूरी: केवल प्यूरीन आधारित खाद्य पदार्थ ही नहीं बल्कि ज्यादा चीनी या मिठास से भरे भोजन को खाने से भी शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने का खतरा होता है। एक शोध जिसमें करीब 1 लाख 25 हजार लोग शामिल हुए थे, उसके रिजल्ट के अनुसार जिन लोगों के खाने में फ्रुक्टोस की मात्रा अधिक देखी गई उनमें गाउट जैसी बीमारी से पीड़ित होने का खतरा दूसरों की तुलना में 62 प्रतिशत अधिक था। इसके अलावा, एल्कोहल का सेवन भी हाई यूरिक एसिड के मरीजों के लिए घातक हो सकता है।
वहीं, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स, सोया उत्पाद व विटामिन सी युक्त भोजन के सेवन से शरीर में यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये सभी तत्व ब्लड में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में कारगर हैं।
मेडिटेरेनियन डाइट हो सकता है फायदेमंद: एक अध्ययन की मानें तो मेडिटेरेनियन डाइट को फॉलो करने से यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा कम होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस डाइट में शामिल खाद्य पदार्थों में प्यूरीन की मात्रा बहुत कम होती है। साथ ही, इस डाइट में एंटी-इंफ्लामेट्री व एंटी-ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। इसके अलावा, अगर आप ब्रेड या पास्ता खाना चाहते हैं तो होल ग्रेन युक्त पास्ता खा सकते हैं। वहीं, लो फैट मिल्क, दही और चीज को भी आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। कॉफी, अंडे, आलू और मेवे का सेवन भी शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने में मदगार है।