आजकल यूरिक एसिड के बढे़ हुए स्तर से काफी लोग परेशान है। यूरिक एसिड के बढ़ने से लोगों में गाउट जैसी बीमारी की समस्या हो सकती है। एसिड के बढ़ने से कई बार गठिया, किडनी की पथरी और किडनी फेल होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। यूरिक एसिड हमारे शरीर में मौजूद प्यूरीन नाम के प्रोटीन के ब्रेकडाउन से बनता है।
आमतौर यह एसिड खून के जरिए किडनी तक पहुंचता है और यूरिन के मार्ग से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब शरीर में इस एसिड की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो किडनी सुचारू रूप से टॉक्सिक पदार्थों को फिल्टर करने में सक्षम नहीं रह जाती। द यूरोपियन जर्नल ऑफ इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में अगर किसी व्यक्ति के खून में यूरिक एसिड (Uric Acid) का स्तर अधिक बढ़ जाता है तो व्यक्ति के जीवित रहने की संभावना को काफी कम कर सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से –
यूनिवर्सिटी ऑफ लिमरिक स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं के अनुसार, यूरिक एसिड (Uric Acid) का उच्च स्तर किसी व्यक्ति के जीवनकाल को औसतन 9.5 और 11.7 वर्ष तक कम हो सकती है। इसके अलावा, इससे मरीजों में कई अन्य खतरनाक बीमारियों जैसे कि हृदय रोग, स्ट्रोक और डायबिटीज का खतरा भी बढ़ता है।
शोधकर्ताओं की टीम ने उच्च यूरिक एसिड (Uric Acid) स्तर वाले 26,525 लोगों के एक समूह डेटा का सर्वेक्षण किया तो उन्हें आश्चर्यजनक परिणाम मिले। उन्होंने पाया कि पुरुषों और महिलाओं की मृत्यु दर एक दूसरे से भिन्न थी। अध्ययनकर्ताओं के अनुसार बढ़ते यूरिक एसिड का स्तर पुरुषों व महिलाओं के शरीर को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करता है।
ऐसे करें कंट्रोल: यूरिक एसिड (Uric Acid) के मरीजों के लिए प्रोटीन खासकर प्यूरीन नामक प्रोटीन खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में फुल फैट मिल्क, पनीर व दाल, राजमा का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा शराब, लाल मीट, मीठी चीजें, समुद्री भोजन जैसे कि सालमन और ट्यूना जैसी मछलियों को खाने से परहेज करना चाहिए। वहीं, मरीजों को इसे कंट्रोल करने के लिए अपने डाइट में विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करना चाहिए, जैसे- आवंला, संतरा, कीनू, नारियल पानी, ग्रीन टी, चेरी आदि।