यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या आजकल लोगों में कॉमन होती जा रही है। यूरिक एसिड बढ़ना एक ऐसी परेशानी हैं जो डाइट में प्यूरिन का अधिक सेवन करने से बढ़ती है। यूरिक एसिड बनना कोई नई बात नहीं है वो हम सभी की बॉडी में बनता है और किडनी उसे फिल्टर करके बॉडी से आसानी से बाहर भी निकाल देती है।
यूरिक एसिड को जब किडनी फिल्टर करके बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती तो परेशानी तब होती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर वो ज्वाइंट और टिशूज में जमा हो सकता है जो गाउट का बन सकता है। गाउट यानि गठिया का दर्द जोड़ों को जाम करने लगता है और उठने बैठने में बेहद दिक्कत होती है।
जब यूरिक एसिड बॉडी में बढ़ता है तो वो क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होने लगता है और दर्द का कारण बनता है।
यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है जिससे शरीर के कुछ हिस्से में जैसे टखने में, कमर, गर्दन, घुटने आदि में दर्द होता है। इसी से बाद में गाउट, गठिया और आर्थराइटिस जैसी परेशानियां होती हैं। अब सवाल ये उठता है कि यूरिक एसिड क्यों बनता है और उसके लक्षणों की पहचान करके कैसे उसे कंट्रोल करें। आइए जानते हैं दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट अस्पताल के ऑस्टियोआर्थराइटिस डॉक्टर कौशल कांत मिश्रा से कि इस बीमारी के लक्षण कौन-कौन से हैं और उसे कैसे कंट्रोल करें।
यूरिक एसिड क्यों बनता है?
यूरिक एसिड का ज्यादा होना जिसे गाउट भी कहते हैं। इस बीमारी का मुख्य कारण प्यूरिन डाइट है। डाइट में बीफ, लैंब पोर्क, बेकन,मटन का लीवर, एंकोवी, सूखे बीन्स, मटर, बीयर और रेड मीट खाने से प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है जो ब्लड में यूरिक एसिड को बढ़ा सकती हैं। यूरिक एसिड सभी की बॉडी में बनने वाला अपशिष्ट पदार्थ है जो जिसे किडनी फिल्टर करके आसानी से बॉडी से बाहर निकाल देती है।
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण:
इस बीमारी की पहचान पैर के अंगूठे से होती है। यूरिक एसिड बढ़ने से पैर के अंगूठे में बेहद चुभन वाला दर्द होता है। ये दर्द बिना किसी चोट या कारण के होता है। यूरिक एसिड बढ़ने से ज्वाइंट में दर्द होता है। जोड़ों में दर्द होना। उठने-बैठने में परेशानी होना। उंगलियों में सूजन आ जाना, जोड़ों में गांठ होना, ज्यादा जल्दी थकान होना इस बीमारी के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के उपाय
- यूरिक एसिड के मरीज प्रोटीन डाइट से परहेज करें। एक्यूट गाउट के मरीज दवाईयों का सेवन करें।
- यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए शराब से परहेज करें।
- यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए मिक्स अनाज का सेवन करें। मिक्स अनाज में गेहूं, चावल, जौ, बाजरा और दलिया का सेवन यूरिक एसिड के मरीजों के लिए उपयोगी है।
- फाइबर से भरपूर सब्जियां यूरिक एसिड को कंट्रोल करती हैं उनका अधिक सेवन करें।
- पानी का अधिक सेवन करें। पानी ज्यादा पीने से यूरिन के जरिए यूरिक एसिड बाहर निकलता है।