हाई यूरिक एसिड को मेडिकल टर्म में हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। यूरिक एसिड, एक तरह का केमिकल है, जो बॉडी में प्यूरीन के टूटने से बनता है। प्यूरीन एक तरह का प्रोटीन है, जो बॉडी में कुछ खाद्य पदार्थों और सेल्स से बनता है। यूं तो अधिकतर यूरिक एसिड किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद शरीर से बाहर निकल जाता है लेकिन जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने लगती है तो यह क्रिस्टल्स के रूप में टूटकर हड्डियों के बीच इक्ट्ठा होने लगता है।
शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों में दर्द, लालिमा, हाथ टेढ़े हो जाना और शरीर में जलन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसके अलावा गंभीर मामलों में तो हार्ट अटैक, किडनी फेलियर और मल्टीपल ऑर्गन फेलियर जैसी जानलेवा स्थितियों का खतरा भी बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को खानपान सबसे अधिक प्रभावित करता है। ऐसे में कुछ चीजे हैं, जिन्हें नाश्ते में शामिल करने से हाई यूरिक एसिड को काबू में किया जा सकता है।
अंडे और टर्की का मांस: हाई यूरिक एसिड के मरीजों को अपने नाश्ते में अंडे और टर्की मांस का सेवन करना चाहिए। इन खाद्य पदार्थों में बिल्कुल भी प्यूरीन नहीं होता, साथ ही इनमें प्रोटीन की अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है। अंडे की जर्दी में मौजूद विटामिन डी यूरिक एसिड को काबू करने में मदद करता है। ऐसे में हाई यूरिक एसिड के मरीज अपने नाश्ते में अंडे और टर्की के मांस को शामिल कर सकते हैं।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक हफ्ते में तीन से पांच अंडे खाना फायदेमंद होता है।
चावल का पानी: हाई यूरिक एसिड के मरीजों के लिए चावल के पानी का सेवन करना फायदेमंद होता है। पोषक तत्वों से भरपूर चावल के पानी में प्यूरीन की मात्रा नहीं होती।
यूरिक एसिड के मरीजों का ऐसा होना चाहिए नाश्ता: हाई यूरिक एसिड के मरीजों का नाश्ता फाइबर से भरपूर होना चाहिए। आप चाहें तो अपने ब्रेकफास्ट में ओट्स, दलिया आ फिर केले आदि को भी शामिल कर सकते हैं। साथ ही इस बात का खास ख्याल रखें कि नाश्ता करना कभी ना भूलें। क्योंकि ब्रेकफास्ट स्किप करने के कारण यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है।