हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसे साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है। हमारा ब्लड प्रेशर दिन में कई बार बदलता रहता है। बीपी में होने वाला ये उतार-चढ़ाव हमारी बॉडी एक्टिविटी, तनाव और नींद की वजह से होता है। हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये बीमारी बेहद खामोशी से हमारे शरीर को खोखला बनाती रहती है। हाई बीपी की परेशानी का सिर्फ एक ही इलाज है कि इसे कंट्रोल में किया जाए।

अगर हाई बीपी को कंट्रोल नहीं किया जाए तो ये बीमारी कई बीमारियों को अपने साथ ले आती है। लम्बे समय तक बीपी हाई होने से दिल के रोगों का खतरा, स्ट्रोक , हार्ट अटैक और किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है।

ब्लड प्रेशर की नॉर्मल रेंज की बात करें तो  120/80  mm Hg को सामान्य बीपी कहा जाता है। ऊपर वाले बीपी को सिस्टोलिक कहा जाता है जबकि नीचे वाले बीपी को डायस्टोलिक कहा जाता है। दोनों में किसी एक का स्तर भी अगर ज्यादा रहे तो ये बॉडी के लिए खतरा बनता जाता है।

अक्सर हाई बीपी होने पर भी लोग नॉर्मल महसूस करते हैं, लेकिन ब्लड प्रेशर मॉनिटर करने पर पता चलता है कि बीपी हाई है। बीपी का हाई और लो होना दोनों ही सेहत के लिए खतरा है। लो बीपी होने पर जहां मरीज बेहोशी और चक्कर महसूस करता है वहीं हाई बीपी होने पर भी बॉडी में कुछ अलग वार्निंग साइन दिखते हैं।

न्यूरोम क्लिनिक गुड़गांव में  जनरल फिजिशियन और न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रियंका सहरावत ने बताया अगर मरीज को बीपी हाई होने का पता चल जाए तो ब्रेन हेमरेज जैसी खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है। लगातार बीपी हाई होने से किडनी, दिल के रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ने लगता है। आइए जानते हैं कि हाई बीपी होने पर बॉडी में कौन-कौन से वार्निंग साइन दिखते हैं और उनकी पहचान और बचाव कैसे करें।  

WHO के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर के वार्निंग साइन

  1. जिन लोगों का बीपी हाई होता है उन्हें गंभीर सिरदर्द हो सकता है।
  2. हाई बीपी होने पर सीने में दर्द होता है। ये दर्द कभी हल्का तो कभी चुभन वाला होता है।
  3. हाई और लो दोनों बीपी होने पर मरीज को चक्कर आ सकते हैं।
  4. सांस लेने में कठिनाई होना हाई बीपी के लक्षण हैं।
  5. मतली और उल्टी होना हाई बीपी के संकेत हो सकते हैं।
  6. आंखों से धुंधला दिखाई देना भी हाई बीपी के लक्षण हो सकते हैं।
  7. चिंता,भ्रम, कानों में भनभनाहट होना भी हाई बीपी के वार्निंग साइन हैं।
  8. नाक से खून आना

  9. दिल की धड़कन का असामान्य होना हाई बीपी के लक्षण हैं।

हाई बीपी को कैसे करें कंट्रोल

  • एक्सपर्ट ने बताया अगर आपको हाई बीपी रहता है तो रेगुलर मॉनिटर करें।
  • डाइट में संतृप्त वसा , ट्रांस फैट और नमक का सेवन कम करें। डाइट में सब्जियां, फल और साबुत अनाज को शामिल करें।
  • डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें।
  • वजन को कम करें।
  • स्मोकिंग और अल्कोहल से परहेज करें।
  • 30 मिनट तक एक्सरसाइज करें या ब्रिक्स वॉक करें। अगर आप आधा घंटे तेजी से चलते हैं तो आपका बीपी नॉर्मल रहता है।

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