उच्च रक्तचाप बढ़ने से शरीर में कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि हाई बीपी के कारण हार्ट अटैक की संभावना भी बढ़ जाती है। अगर आपका बीपी हाई रहता है तो सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। तो आइए जानते हैं कि क्या बीपी हाई होने पर हार्ट अटैक का खतरा होता है।
अगर सिरदर्द बना रहता है और सांस लेने में तकलीफ होती है या छाती में भारीपन महसूस होता है तो ये भी ब्लड प्रेशर की बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। बीपी हाई होने पर कई बार त्वचा पर लाल धब्बे पड़ जाते हैं। यदि ये लाल धब्बे अन्य लक्षणों के साथ दिखाई दें, तो यह एक चेतावनी संकेत हो सकता है। पैरों में अचानक से सूजन आना भी बीपी का संकेत है।
हाई ब्लड प्रेशर होने से हार्ट अटैक से लेकर स्ट्रोक तक का खतरा भी बढ़ जाता है। यह उच्च रक्तचाप के कारण शरीर की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। यही वजह है कि ब्रेन डैमेज होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा ब्रेन स्ट्रोक होने से मरीज की आवाज पर भी असर पड़ता है। मानसिक स्थिति के बिगड़ने की पूरी संभावना है।
इसके अलावा हाई बीपी की वजह से भी शॉर्ट मेमोरी की समस्या हो सकती है। दरअसल, दिमाग पर इसके असर से याददाश्त भी कम हो सकती है। इसके साथ ही अगर लंबे समय से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो आपकी शॉर्ट टर्म मेमोरी दूर हो सकती है।
जानिए हाई बीपी से खुद को कैसे बचाएं
आप अपनी डाइट को संतुलित रखकर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम कर सकते हैं। उच्च रक्तचाप के लिए आपको हानिकारक चीजों जैसे वसा, साबुत अनाज और मछली आदि का सेवन कम करने की कोशिश करनी चाहिए। सोडियम का सेवन सीमित करें और पैकेज्ड फूड से बचें।
नियमित व्यायाम करने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात मिलती है। दिन में कम से कम 1 घंटे रोजाना व्यायाम करने से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। यहां तक कि दिन में 30 मिनट चलने से भी उच्च रक्तचाप को 4 से 9 मिमी एचजी तक कम किया जा सकता है।