Blood Sugar का बढ़ना अधिकतर लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ है और समय के साथ ये समस्या बढ़ती जा रही है। इसकी प्रमुख वजह जीवनशैली और खान-पान में बदलाव है जिसमें सुधार लाना बेहद ही जरूरी है। आयुर्वेद और योग गुरू बाबा रामदेव बताते है कि तनाव का बढ़ना, फिजिकल ऐक्टिविटि न करना आदि के कराण अग्नाशय यानी पैंक्रियाज कमजोर पड़ जाता है। यह बीटा सेल को बढ़ाता है और हम डायबिटीज की समस्या से पीड़ित हो जाते हैं। वो कहते हैं कि आजकल डायबिटीज की समस्या में तेज़ी से वृद्धि हो रही है जिसका कारण हमारा खानपान और व्यायाम न करना है।
बाबा रामदेव के अनुसार, अगर आपका ब्लड शुगर बढ़ गया है तो इसे योग और कुछ घरेलू उपायों द्वारा कम किया जा सकता है। वो सलाह देते हैं कि अगर आपका ब्लड शुगर लेवल अधिक बढ़ा हुआ है और आप दवा, इंसुलिन ले रहे हैं तो उसे अचानक ने न छोड़ें बल्कि ब्लड शुगर को नियंत्रण में आने दें। जब ब्लड शुगर कुछ हद तक नियंत्रित हो जाए तब कुछ घरेलू उपाय और योग शुरू करें जिससे ब्लड शुगर लंबे समय के लिए नियंत्रण में रहे।
ब्लड शुगर को कम करने के 5 घरेलु और असरदार नुस्खे-
* सहजन यानी ड्रमस्टिक के पत्ते
सहजन की पत्तियां ब्लड शुगर को कम करने में बेहद असरदार हैं क्योंकि इसमें एस्कॉर्बिक एसिड होता है, जो इंसुलिन को बढ़ने नहीं देता। इसे इस्तेमाल करने के लिए पत्तियों को पीसकर, रस को निचोड़ लें और सुबह खाली पेट पिएं।
* ग्रीन टी
ग्रीन टी में उच्च मात्रा में पॉलीफिनॉल पाया जाता है। ये एक तरह का एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में काफ़ी मददगार है। आप इसका इस्तेमाल रोजाना सुबह और शाम में कर सकते है। यह पीने में भी टेस्टी होता है।
* दालचीनी का पाउडर
भारतीय व्यंजनों में दालचीनी का इस्तेमाल काफ़ी ज्यादा किया जाता है। दालचीनी के इस्तेमाल से इंसुलिन में बढ़त होती है। साथ ही, ब्लड में शुगर के लेवल को भी ये कम करता है। खास बात यह है कि इसके रोजाना सेवन करने से मोटापा भी कम किया जा सकता है।
इसे इस्तेमाल करने के लिए दालचीनी को बारीक पीसकर पाउडर बना लें और रोजाना गुनगुने पानी के साथ लें। मात्रा का विशेष ध्यान जरूरी है। पाउडर बहुत ज्यादा होने से नुकसान भी हो सकता है।
* जामुन के बीज
आयुर्वेद में सभी तरह के बीजों के अलग-अलग फायदे है। इसी तरह जामुन के बीज डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार हैं। इसका इस्तेमाल करना भी बेहद आसान है। सबसे पहले बीजों को अच्छी तरह सुखा लें। इसके बाद इन्हें पीसकर चूर्ण बना लें। सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ चूर्ण को लें।
* तुलसी की पत्ते
तुलसी की पत्तियों में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पैंक्रियाटिक बीटा सेल्स का इंसुलिन के लिए सक्रियता को कम करते हैं। इससे इंसुलिन ज्यादा बनाने लगता है। ब्लड शुगर को कम करने के लिए तुलसी के दो से तीन पत्तों को सुबह उठकर खाली पेट चबाना चाहिए। इसके अलावा आप चाहें तो तुलसी का रस भी पी सकते हैं।