High Blood Pressure Remedies: हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं। आज के समय में अधिकांश लोग ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित हैं। हालांकि कई लोग इस स्वास्थ्य समस्या को हल्के में लेते हैं जो खतरे की घंटी साबित होती है क्योंकि अगर इसे गंभीरता से न लिया जाए तो कई खतरनाक बीमारियों का खतरा रहता है। उच्च रक्तचाप के मरीजों को हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हार्ट फेलियर, धुंधलापन, डिमेंशिया, किडनी फेलियर और इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
ऐसे में ब्लड प्रेशर बढ़ने के तमाम कारणों को जानना और समझना जरूरी है। दिल में मौजूद बड़े ब्लड वेसल्स जिन्हें आर्टरीज कहा जाता है, उनकी दीवारों पर ब्लड दबाव डालता है। उस दबाव को मापने पर जो संख्या आती है उसे ब्लड प्रेशर कहते हैं। अगर इसका स्तर अधिक हो जाता है तो आर्टरीज और दिल पर स्ट्रेन पड़ने लगता है, इससे स्वास्थ्य परेशानियां हो सकती हैं। ब्लड प्रेशर को मिलीमीटर ऑफ मर्करी (mmHg) में नापा जाता है।
किन कारणों से बढ़ता है ब्लड प्रेशर: जिन लोगों के रक्तचाप का स्तर 120/80 mmHg होता है तो उसे नॉर्मल माना जाता है। वहीं, इससे ज्यादा बीपी लेवल हाई होने का संकेत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार वैसे लोग जो मोटापे से ग्रस्त हैं, जिनमें शारीरिक सक्रियता की कमी होती है उन्हें हाई बीपी का खतरा ज्यादा होता है।
इसके अलावा, अगर आपके घर में माता-पिता या दूसरे सदस्य बीपी के मरीज हैं तो आपके इससे ग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा जो लोग ज्यादा नमक खाते हों, कॉफी-चााय, शराब और सिगरेट पीते हों उनमें भी ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है।
ध्यान में रखें ये बातें: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगियों को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए। डाइट में सोडियम युक्त फूड्स की अधिकता नहीं होनी चाहिए। ऐसे में मांसाहारी भोजन, टोमैटो सॉस और अचार के सेवन से मरीजों को बचना चाहिए। इन सभी चीजों को प्रीजर्व करने में सोडियम का इस्तेमाल होता है।
किन घरेलू उपायों से होगा फायदा: विशेषज्ञों का मानना है कि लहसुन, अदरक, केला, दालचीनी, आंवला, नारियल पानी, काली मिर्च, जामुन, प्याज और चुकंदर जैसे फूड्स को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।