आज की बिजी और तनाव भरी जिंदगी के कारण लोग ऐसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं जो पहले बुजुर्गों को हुआ करती थीं। उन्हें में से एक ही हाई बीपी की समस्या। आज की टेंशन भरी लाइफ में हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन की समस्या आम हो गई है। आज दुनिया की एक तिहाई आबादी उच्च रक्तचाप की परेशानी से जूझ रही है। इसके कारण हर साल करीब 3 लाख लोगों की मौत होती है।

बता दें, जब आर्टरीज की दीवारों पर खून का दबाव बढ़ जाता है तो इस स्थिति को हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं। इसके कारण हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, रोटिनोपैथी और किडनी फेलियर जैसी खतरनाक और जानलेवा स्थिति पैदा होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को तेज सिर में दर्द होना, मानसिक तनाव, सांस लेने में तकलीप और नसों में झनझनाहट जैसी समस्याएं होती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लाइफस्टाल और खानपान में बदलाव कर हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है।

बाबा रामदेव के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर को योग के जरिए भी कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए प्राणायाम, सूक्ष्म व्यायाम, ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन और कोणासन योग का नियमित तौर पर अभ्यास करना चाहिए।

सूक्ष्म व्यायाम: यह शरीर को एक्टिव करते के साथ ही दर्द से राहत भी दिलाता है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे लोगों को इस आसन को अपने वर्कआउट रूटीन में शामिल करना चाहिए। इससे शरीर में ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार होता है।

ताड़ासन: जो लोग दिल की बीमारी का शिकार हैं, उनके लिए यह योगासन किसी रामबाण से कम नहीं है। यह गठिया के मरीजों के लिए भी काफी फायदेमंद है। ताड़ासन शरीर को लचीला बनाता है। यह थकान, चिंता और तनाव को दूर करने में मदद करता है।

तिर्यक ताड़ासन: जो लोग मोटापे का शिकार है, उनके लिए यह आसन काफी फायदेमंद होता है। यह शरीर में ऊर्जा का संचार करता है। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह आसन मन को शांत रखने और लंबाई को बढ़ाने में भी मददगार साबित हो सकता है। इस आसन का नियमित तौर पर अभ्यास करने से दिमागी थकान दूर होती है।