छोटी-मोटी चोट लगने पर अक्सर सिकाई करने की सलाह दी जाती है। आपने अपनी दादी-नानी को इस तरह की सलाह देते हुए सुना होगा, तो वहीं कई बार दर्द से राहत पाने या सूजन को कम करने के लिए डॉक्टर्स भी सिकाई को सही बताते हैं, साथ ही इससे आराम मिलता भी है। हालांकि, इस दौरान एक सवाल लोगों को अक्सर कंफ्यूज करता है कि सिकाई बर्फ से की जाए या गर्म पानी से?

अगर आप भी अक्सर इस सवाल को लेकर कंफ्यूज रहते हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। यहां हम आपको इसी का जवाब देने वाले हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि आखिर चोट लगने पर सिकाई करने के लिए कब हीट पैड या गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए और कब बर्फ से सिकाई करना ज्यादा बेहतर है-

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

दरअसल, हाल ही में न्यू जर्सी के काइरोप्रेक्टिक जो गुलोटा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इस सवाल का जवाब देते हुए एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में जो बताते हैं कि ‘आपकी चोट और बीमारी के आधार पर आइस या हीट थेरेपी में से एक को चुना जाता है।’

कब कौन सी सिकाई करना है बेहतर?

जो के मुताबिक, चोट लगने के 24 से 48 घंटे के अंदर आइस थेरेपी यानी बर्फ से सिकाई करना ज्यादा बेहतर होता है। वहीं, अगर आपको मांसपेशियों में एंठन महसूस होती है, तो ऐसे में गर्म पानी से सिकाई करने की सलाह दी जाती है। मांसपेशियों को आराम देने और रक्त प्रवाह बढ़ाने के लिए हीट थेरेपी ज्यादा बेहतर होती है। यही वजह है कि अक्सर एक्सरसाइज के बाद होने वाली मसल स्टिफनेस से राहत पाने के लिए हीट थेरेपी की जाती है।

इसी तरह सूजन होने पर बर्फ से सिकाई करना बेहतर होता है, इसके साथ ही दर्द का एहसास कम करने के लिए भी आइस थेरेपी ज्यादा बेहतर होती है। इससे आपको जल्द राहत मिल जाती है। यानी गर्म पानी और बर्फ दोनों से सिकाई करने के अपने-अपने फायदे हैं, आप अपनी चोट और कंडीशन के हिसाब से राहत पाने के लिए इनमें से एक को चुन सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।