आपका दिल सही से काम कर रहा है या नहीं, यह जानने के लिए हर बार ECG या दूसरे मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं होती। कुछ छोटे-छोटे संकेत दिल की सेहत पर नजर रखने का आसान तरीका हैं। समय रहते इन्हें पहचान कर आप डॉक्टर से सलाह लें तो गंभीर दिल के रोग और कार्डियक इमरजेंसी से बचा जा सकता है। बॉडी में अचानक थकान, सीने में दर्द, सांस की समस्या या पैरों में सूजन होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। दिल को स्वस्थ रखने के लिए और भविष्य में हृदय रोग या कार्डियक इमरजेंसी के जोखिम को कम करने के लिए दिल की सेहत को समझना बेहद जरूरी है।

अमृता अस्पताल,फरीदाबाद में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. आशीष कुमार ने बताया आपको यह जानने के लिए कि आपका दिल ठीक से काम कर रहा है या नहीं, हर बार अस्पताल जाने या लंबी मेडिकल टेस्ट लिस्ट कराने की ज़रूरत नहीं है। कार्डियोलॉजिस्ट कहते हैं कि आपका शरीर कई छोटे-छोटे संकेत रोजमर्रा में देता है, जो दिल की सेहत की जानकारी देते हैं। ये संकेत मेडिकल टेस्ट की जगह नहीं लेते, लेकिन घर पर ही दिल की स्वास्थ्य स्थिति को समझने का आसान तरीका जरूर देते हैं। आइए जानते हैं कि हम कैसे पहचान करें कि हमारा दिल हेल्दी है।

रेस्टिंग हार्ट रेट 60–80 बीट्स प्रति मिनट है तो दिल हेल्दी है

अगर आपकी रेस्टिंग पल्स 60 से 80 BPM के बीच है, तो इसका मतलब है कि दिल बिना ज्यादा मेहनत किए खून पंप कर रहा है। अगर हार्ट रेट लगातार ज्यादा या अनियमित हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। अपनी कलाई या गर्दन पर दो उंगलियां रखें, 30 सेकंड तक पल्स गिनें और उसे 2 से गुणा कर दें।

आप सीढ़ियां बिना सांस फूले चढ़ लेते हैं

यह एक साधारण लेकिन बेहद प्रभावी कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस टेस्ट है। अगर आप आराम से एक मंज़िल की सीढ़ियां चढ़ लेते हैं वो भी बिना हांफे, सीने में जकड़न या थकान के तो यह अच्छे रक्त प्रवाह और पर्याप्त ऑक्सीजन सप्लाई का संकेत है। सांस लेने में दिक्कत हो, सीने में heaviness या दबाव लगे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है

लगभग 120/80 mmHg का ब्लड प्रेशर दिल की अच्छी सेहत का संकेत है। हाई बीपी धीरे-धीरे खून की नलियों को नुकसान पहुंचाता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है। एक साधारण डिजिटल BP मॉनिटर से नियमित रीडिंग लेते रहें। अचानक बदलाव या लगातार ज्यादा BP को नजरअंदाज न करें।

आपके पैर और टखने में सूजन नहीं होती

जब दिल खून को प्रभावी तरीके से पंप नहीं कर पाता तो पैरों, टखनों या पैरों के ऊपरी हिस्से में सूजन आ सकती है। लगातार swelling दिल की कमजोरी या poor circulation का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। अपनी उंगली से पिंडली या टखने पर दबाएं। अगर स्किन पर गड्ढे पड़ जाए और देर से सामान्य हो, तो डॉक्टर से जांच करवाएं।

आप अच्छी नींद लेते हैं और सुबह तरोताजा उठते हैं

नींद में रुकावट, सांस फूलना, या सोते समय कई तकियों की जरूरत पड़ना ये सब दिल से जुड़े संकेत हो सकते हैं। अगर आप रोज़ाना अच्छी नींद लेते हैं तो इसका मतलब है कि दिल अच्छी तरह काम कर रहा है और शरीर रात भर सही रिदम बनाए रख रहा है।

आपकी ऊर्जा पूरे दिन बनी रहती है तो हार्ट सही है

एक स्वस्थ दिल शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण पहुंचाता है, जिससे आपकी ऊर्जा स्थिर रहती है। अगर आप अपना रोज़ का काम बिना ज़्यादा थकान के कर लेते हैं, तो यह दिल के फिट होने का अच्छा संकेत है। अगर हल्की गतिविधि में भी थकान हो या अचानक कमजोरी महसूस हो तो यह दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है।

आपका कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल नॉर्मल रहता है

जब रक्त में लिपिड और ग्लूकोज स्तर सामान्य रहता हैं तो इसका मतलब है कि आपकी धमनियों पर ज्यादा दबाव नहीं है। हाई कोलेस्ट्रॉल धमनियों को संकरा करता है और बढ़ी हुई शुगर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। पोर्टेबल ग्लूकोमीटर से शुगर चेक करें और साल में एक बार कोलेस्ट्रॉल टेस्ट जरूर करवाएं।

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