आजकल की भागदौड़ में खानपान से लेकर लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल चुका है। ऐसे में सेहत का ध्यान रखना बहुत ही चुनौतीपूर्ण हो गया है। आजकल लोग स्प्राउट्स यानी अंकुरित अनाज को सुपरफूड मानते हैं। सलाद, चाट या स्मूदी में इन्हें कच्चा शामिल करना हेल्दी माना जाता है। यह धारणा भी प्रचलित है कि इन्हें बिना पकाए खाने से अधिक पोषण और बेहतर पाचन होता है। लेकिन क्या सच में ऐसा है? होलिस्टिक हेल्थ न्यूट्रिशनिस्ट और डायबिटीज एजुकेटर खुशी छाबड़ा ने बताया कि कच्चे स्प्राउट्स खाने का यह चलन सेहत के लिए उतना फायदेमंद नहीं है, जितना लोग सोचते हैं। उन्होंने यह भी समझाया कि क्यों इन्हें पकाकर या हल्का भाप देकर खाना ज्यादा सही है।
कच्चे स्प्राउट्स क्यों हो सकते हैं हानिकारक
खुशी छाबड़ा के अनुसार, स्प्राउट्स सबसे अधिक पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स में से एक है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन C और फोलेट से भरपूर होते हैं। 100 ग्राम स्प्राउट्स में लगभग 3–4 ग्राम प्रोटीन होता है, लेकिन इनमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 60–65% तक होती है। इसलिए अधिक मात्रा में इन्हें खाने से पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
पाचन संबंधी समस्याएं
कच्चे स्प्राउट्स फाइबर और एंजाइम से समृद्ध होते हैं, लेकिन यही कारण है कि कई लोगों को इन्हें खाने से गैस, कब्ज और पेट फूलने की शिकायत हो सकती है।
बैक्टीरिया का खतरा
कच्चे स्प्राउट्स में बैक्टीरिया पनपने की संभावना भी रहती है। इन्हें बिना पकाए खाने से फूड पॉइजनिंग या अन्य संक्रमण का जोखिम बढ़ सकता है।
स्प्राउट्स खाने का सही तरीका
अगर आप स्प्राउट्स के पोषण का लाभ उठाना चाहते हैं, तो इन्हें सही तरीके से तैयार करना जरूरी है। स्प्राउट्स को स्टीम या हल्का सा भून कर खाना बेहतर है। इससे इनके फाइबर नरम हो जाते हैं और ये आसानी से पच जाते हैं। खुशी छाबड़ा के मुताबिक, स्प्राउट्स में अदरक, काली मिर्च, जीरा और सेंधा नमक जैसे मसाले डालें। यह मसाले पाचन को बेहतर बनाते हैं और गैस की समस्या को कम करते हैं। स्प्राउट्स को ओवरईटिंग से बचें। आधा कप से एक कप तक स्प्राउट्स खाना पर्याप्त है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, स्प्राउट्स निश्चित रूप से पोषण से भरपूर हैं, लेकिन इन्हें सही मात्रा और सही तरीके से खाना जरूरी है। कच्चे स्प्राउट्स जहां पाचन बिगाड़ सकते हैं, वहीं हल्के पके हुए स्प्राउट्स पेट के लिए भी आरामदायक होते हैं और पोषण भी देते हैं। स्प्राउट्स को संतुलित बनाने के लिए इन्हें पनीर, दही या अंडे जैसे प्रोटीन स्रोतों के साथ खाएं। इससे भोजन पौष्टिक और बैलेंस्ड बन जाता है।
वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।