Healthy Diet : हमेशा से यह कहा जाता है कि जैसा अन्न वैसा मन यानी जैसी डाइट होगी वैसा ही आपका शरीर होगा। अगर अपनी डाइट में पौष्टिक खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाए तो बीमारियों को मात दी जा सकती है। डाइटिशियन का मानना है कि आजकल लोगों का लाइफस्टाइल बहुत बदल गया है। लोग अपनी सेहत से ज्यादा महत्व स्वाद को देते हैं।
इस वजह से उन्हें थोड़े समय के लिए लगता है कि वह अपनी लाइफ एन्जॉय कर रहे हैं। लेकिन सच यह है कि बाजारों में मिलने वाले चटपटे और घी-तेल से भरपूर व्यंजन स्वाद के साथ अनेकों बीमारियां भी लेकर आती हैं। इसलिए ही आजकल बीमारियों का दौर चल पड़ा है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि अपनी डाइट का खास ध्यान रखा जाए ताकि आपको कोई बीमारी छू न पाए।
हाई फाइबर फूड – फाइबर का अर्थ यहां रेशे वाले खाद्य पदार्थों से है। जिन खाद्य पदार्थों में रेशा होता है उनसे हमारा पेट साफ रहता है। कहते हैं कि शरीर में आधी से ज्यादा बीमारियां पेट के साफ न होने की वजह से होती है। इसलिए बहुत जरूरी है कि आप हाई फाइबर फूड को अपनी डाइट में शामिल करें। इनमें दलिया, छिलके वाली दालें या रेशे वाले फल और सब्जियां आदि।
आयरन बढ़ाएं – शरीर में आयरन का भरपूर मात्रा में होना बहुत जरूरी है। डाइटिशियन की मानें तो आयरन से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है। इसके अभाव में सिर में दर्द, खून की कमी, थकान, ज्यादा नींद आना, चक्कर आना और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है। शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ाने के लिए चुकंदर, अनार, गाजर और चौलाई का लाल साग खाना चाहिए।
डाइट में हो कैल्शियम – कैल्शियम से हड्डियां मजबूत रहती हैं। अगर शरीर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम न हो तो झाईयां, घुटनों में दर्द, कमजोर दांत, हड्डियों में दर्द और चलने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए हड्डियों से जुड़े रोगों से बचने के लिए शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाने की कोशिश करें। शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाने के लिए दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ ज्यादा खाएं।