क्या आप भी सोने से पहले फोन चलाते हैं या डिनर के बाद तुरंत बिस्तर पर चले जाते हैं? अगर हां तो ये आदतें आपके पेट और दिमाग के तालमेल यानी गट-ब्रेन कनेक्शन को बिगाड़ सकती हैं। रात की कुछ आम गलतियां जैसे देर रात खाना, कैफीन का सेवन करना, मोबाइल स्क्रॉलिंग या अनियमित नींद हमारे पाचन और मूड दोनों को प्रभावित करती हैं। इनसे एसिडिटी, कब्ज, सूजन और नींद की समस्या जैसी परेशानियां बढ़ जाती हैं। डॉक्टर के मुताबिक बेहतर नींद और समय पर डिनर ही हेल्दी पाचन और शांत दिमाग की कुंजी हैं।
हमारे पेट और दिमाग के बीच एक ऐसा आपसी रिश्ता है, जिसमें दोनों लगातार एक-दूसरे से सिग्नल भेजते रहते हैं। अगर पेट की सेहत खराब होगी तो मूड, नींद और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा, और अगर दिमाग तनाव में रहेगा तो पाचन बिगड़ सकता है।
AIIMS हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने हाल ही में बताया कि सोने से पहले की कुछ आम आदतें हमारे गट-ब्रेन एक्सिस यानी पाचन तंत्र और दिमाग के बीच के दो-तरफा संबंध को नुकसान पहुंचा सकती हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर नींद केवल गट हेल्थ ही नहीं बल्कि मूड सुधारने की भी कुंजी है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गट हेल्थ में सुधार लाने के लिए और ब्रेन हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए रात में कौन-कौन सी खराब आदतों को बदलने की जरूरत है।
देर रात खाना बन सकता है परेशानी का सबब
देर रात खाना खाना सबसे खराब आदत है। डॉ. सेठी ने बताया कि सोने से ठीक पहले खाना खाना न सिर्फ आपकी गट हेल्थ को बिगाड़ रहा है ब्रेन हेल्थ को भी बिगाड़ रहा है। आपका गट भी शरीर की तरह आराम चाहता है। देर रात खाना खाने से गैस्ट्रिक एम्प्टिव धीमा हो जाता है जिससे एसिड रिफ्लक्स, पेट भारीपन और नींद में खलल जैसी समस्याएं होती हैं। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप ब्रेन और गट हेल्थ के तालमेल को बेहतर करना चाहते हैं तो आप रात का खाना सोने से कम से कम 3 घंटे पहले खाएं।
फोन पर स्क्रॉलिंग कर रही है गट माइक्रोब्स को डिस्टर्ब
डॉ. सेठी के अनुसार सोने से पहले मोबाइल स्क्रॉल करना सबसे बड़ी रात की गलती है। ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को दबा देती है, जो शरीर को नींद के संकेत भेजता है। ये लाइट न सिर्फ नींद की गुणवत्ता बिगाड़ती है बल्कि गट माइक्रोबियल रिदम्स (gut microbial rhythms) को भी प्रभावित करती है। सोने से कम से कम 60 मिनट पहले मोबाइल स्क्रीन को देखना बंद करें।
कैफीन और शराब भी हैं नींद के दुश्मन
एक्सपर्ट ने बताया शाम की एक कप कॉफी भी REM(Rapid Eye Movement) नींद और गट की रिपेयर प्रक्रिया में रुकावट डालती है। एक्सपर्ट ने बताया दोपहर 2 बजे के बाद कैफीन का सेवन करने से परहेज करें। शराब भी नींद की दुश्मन है, भले ही शराब पीने के बाद नींद जल्दी आजाएं लेकिन ये डीप स्लीप को बाधित करती है और गट बैरियर को कमजोर करती है।
अनियमित नींद और तनाव भी बढ़ाते हैं गट इंफ्लेमेशन
डॉ. सेठी के अनुसार अनियमित नींद, शरीर का अधिक गर्म होना और सोने से पहले तनाव लेना ये सभी आदतें पाचन प्रणाली को असंतुलित कर देती हैं। एक्सपर्ट ने बताया गट माइक्रोब्स सर्केडियन रिदम का पालन करते हैं। अगर नींद गड़बड़ होगी तो माइक्रोबियल असंतुलन और इंफ्लेमेशन बढ़ेगा। एक्सपर्ट ने बताया खराब नींद या गर्मी से बढ़े कॉर्टिसोल लेवल पाचन को कमजोर कर देते हैं। इन आदतों को बदलकर आप अपने ब्रेन और गट हेल्थ दोनों में सुधार कर सकते हैं।
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