हमारी आंखें शरीर की सबसे महत्वपूर्ण इंद्रियों में से एक हैं। इन्हीं से हम इस सुंदर दुनिया को देखते, पहचानते और अपनी दिनचर्या से लेकर जीविका तक अर्जित करते हैं। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, गलत खानपान, नींद की कमी और बिगड़ते लाइफस्टाइल का सबसे ज्यादा असर हमारी आंखों पर पड़ता है। डाइट में पोषक तत्वों की कमी, लंबे समय तक मोबाइल या लैपटॉप स्क्रीन के सामने रहने की आदत, प्रदूषण में अधिक समय बिताना और नींद पूरी न लेना ये सभी कारण आंखों की रोशनी को धीरे-धीरे कमजोर करने लगते हैं। इससे आंखों में ड्राइनेस, खुजली, जलन, लालिमा और पानी आना जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।

ज्यादा स्क्रीन टाइम के कारण आंखों पर लगातार दबाव पड़ता है जिससे आंखों में थकान, सिर दर्द और धुंधला दिखाई देना (blurred vision) जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं। समय रहते अगर इन लक्षणों पर ध्यान न दिया जाए तो यह आगे चलकर दृष्टि कमजोर होने या चश्मे का नंबर बढ़ने का कारण भी बन सकता है।

आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जो आंखों की थकान, ड्राइनेस और नजर की कमजोरी को दूर करने में बेहद प्रभावी माने जाते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर रूपाली जैन ने बताया आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए आप त्रिफला चूर्ण का सेवन करें। एक मिट्टी का बर्तन लें और उसमें एक गिलास पानी डालें और उसमें एक चम्मच त्रिफला चूर्ण मिलाएं और रात भर रख दें। इस पानी का सेवन आप उबालकर सुबह खाली पेट करें आपकी आंखों की रोशनी बढ़ेगी और आपकी बॉडी को बेहद फायदा होगा। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि त्रिफला चूर्ण का सेवन कैसे आंखों के लिए अमृत साबित होता है और इसे आंखों के लिए कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।

त्रिफला चूर्ण कैसे आंखों के लिए उपयोगी है?

आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण को आंखों के लिए अमृत समान माना गया है। ये तीन शक्तिशाली फलों आंवला (Amla), हरड़ (Haritaki) और बहेड़ा (Bibhitaki)से मिलकर बना होता है। तीनों का कॉम्बिनेशन आंखों की सेहत को भीतर और बाहर दोनों तरह से सुधारता है। त्रिफला आंखों की कोशिकाओं को पोषण देता है और रेटिना (Retina) की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है। इससे धीरे-धीरे आंखों की रोशनी बढ़ती है और धुंधला दिखना कम होता है।

त्रिफला में मौजूद विटामिन सी, टैनिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स आंखों की सूजन और सूखापन को कम करते हैं। यह आंखों को नेचुरल मॉइस्चर देता है और थकान मिटाता है। आंवला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आंखों के ऊतकों को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। इससे उम्र बढ़ने के साथ होने वाली आंखों की कमजोरी, मोतियाबिंद जैसी समस्याओं से बचाव होता है। त्रिफला चूर्ण आंखों के आसपास के ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है, जिससे ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की सप्लाई बढ़ती है और आंखें हेल्दी रहती हैं।

त्रिफला के पानी से आंखों को धोएं तो रोशनी बढ़ेगी

आयुर्वेद में त्रिफला जल से आंखों को धोने से आंखों की गंदगी साफ होती है। आंखों से धूल और संक्रमण कंट्रोल होता है और आंखों को ठंडक मिलती है। त्रिफला जल से आंखों को वॉश करने के लिए रात को मिट्टी के बर्तन में एक गिलास पानी लेकर उसमें एक चम्मच त्रिफला चूर्ण डालें और ढककर रख दें। सुबह इस पानी को छानकर इससे आंखें धोएं। इस पानी से आंखों को धोने से आंखों में शुरुआत में हल्की जलन हो सकती है, लेकिन बाद में ठंडक और सुकून महसूस होगा। यह प्रक्रिया आंखों की ड्राइनेस, लालपन और जलन जैसी समस्याओं में बहुत फायदेमंद है।

हड्डियों को गला देती है ये बीमारी, हाथ-पैरों और दांतों पर भी दिखता है इसका असर, जानिए Osteoporosis की पहचान और बचाव। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।