आजकल लोग दवाओं के साइड इफेक्ट से बचने के लिए आयुर्वेद की ओर तेजी से लौट रहे हैं। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में मोरिंगा लीव्स यानी सहजन की पत्तियां सबसे ज़्यादा लोकप्रिय हो रही हैं। इसका वैज्ञानिक नाम Moringa Oleifera है और इसे पोषक तत्वों का पावर हाउस कहा जाता है। सहजन की पत्तियां शरीर को बिना किसी दुष्प्रभाव के रोगों से बचाने में मदद करती हैं, इसलिए इन्हें क्रोनिक बीमारियों में भी खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। मोरिंगा लीव्स या सहजन की पत्तियां भारत में पारंपरिक रूप से खाई जाती रही हैं। गांवों में लोग इन्हें रोज़ाना भोजन में शामिल करते हैं। दुनियाभर में इसे सुपरफूड माना जा रहा है, क्योंकि यह कुपोषण से लेकर क्रोनिक बीमारियों तक में फायदेमंद है।

भारतीय योग गुरु, लेखक, शोधकर्ता और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र (Hansa Yogendra) के मुताबिक सहजन की पत्तियां सेहत के लिए अमृत से कम नहीं हैं। इनमें मौजूद शक्तिशाली ऐंटीऑक्सीडेंट्स सेल्स को डैमेज से बचाते हैं और इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। फाइबर से भरपूर होने की वजह से ये पत्तियां पाचन को बेहतर बनाती हैं। इसका सेवन करने से कब्ज, गैस तथा एसिडिटी से राहत मिलती हैं। इन पत्तियों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है और दिल हेल्दी रहता है।

मोरिंगा लीव्स विटामिन A का बेहतरीन स्रोत हैं, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने, सूखापन कम करने और आंखों को हेल्दी रखने में मदद करती हैं। विटामिन बी 12 से भरपूर इन लीव्स के नियमित सेवन से दिमाग भी तेज होता है। इनका सेवन याददाश्त बेहतर करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। सहजन की पत्तियां एक ऐसी नेचुरल सुपरफूड हैं, जो शरीर को भीतर से पोषण, शक्ति और सुरक्षा देती हैं। इन पत्तियों को रोज खाया जाए तो बॉडी में कूट-कूट कर एनर्जी भर जाती है। आइए जानते हैं कि सहजन की पत्तियों का सेवन करने से सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं।

इम्यूनिटी बनाती हैं मजबूत

मोरिंगा की पत्तियां विटामिन C, विटामिन A और आयरन से भरपूर होती हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाती हैं। ये शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करती हैं और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण कोशिकाओं को नुकसान से बचाती हैं।

डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है

इन पत्तियों में मौजूद एस्कॉर्बिक एसिड शरीर में इंसुलिन के स्राव को बढ़ाता है। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। डायबिटीज मरीजों को नियमित रूप से मोरिंगा लीव्स का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

कोलेस्ट्रॉल और वजन होगा कंट्रोल  

मोरिंगा लीव्स शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती हैं। ये पत्तियां पेट की जिद्दी चर्बी घटाने में मदद करती हैं, क्योंकि यह फैट को ऊर्जा में बदलने का काम करती हैं। इन पत्तियों में विटामिन D भरपूर होता है, जो पाचन सुधारता है और भोजन को तेजी से ऊर्जा में तब्दील करता है।

हेयर फॉल से करती हैं बचाव

इन पत्तियों में मौजूद अमीनो एसिड नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करती हैं, जिससे हेयर फॉलिकल्स सक्रिय होते हैं और बाल झड़ना कम होता है। विटामिन A भी बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देता है और बालों को मजबूत बनाता है।

मांसपेशियों, हड्डियां और जोड़ों के लिए अमृत हैं

मोरिंगा लीव्स में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और कई जरूरी विटामिन होते हैं जो मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। इनका सेवन करने से चोट ठीक करने में मदद मिलती हैं। ये पत्तियां हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाती हैं। इन पत्तियों को खाने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। आयुर्वेद में इन पत्तियों को बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

स्किन और बॉडी की करती हैं सफाई

मोरिंगा लीफ पाउडर में प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, इसलिए इसे साबुन बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह स्किन को साफ करता है और बैक्टीरिया से सुरक्षा प्रदान करता है।

कैसे और कब करें मोरिंगा का सेवन?

मोरिंगा के पत्तों का सेवन उसका पाउडर, चाय, टेबलेट और कैप्सूल के रूप में कर सकते हैं। इसे खाली पेट और भोजन के बाद दोनों समय खाया जा सकता है। सुबह सेवन करने से पूरा दिन बॉडी एनर्जी से भरपूर रहती है।  रात में लेने से शरीर की रिपेयरिंग और हीलिंग तेजी से होती है।

खाने के बाद सौंफ, जीरा और अजवाइन को मिक्स करके खाएं, खाया-पिया तुरंत पचेगा और बॉडी होगी डिटॉक्स, गट हेल्थ में भी होगा सुधार। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।