आज की खराब डाइट, तनाव और बिगड़ते लाइफस्टाइल ने क्रोनिक कब्ज (Chronic Constipation) को एक महामारी बना दिया है। मेडिकल भाषा में कब्ज को केवल एक परेशानी नहीं, बल्कि कई गंभीर बीमारियों की जड़ माना जाता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह पाइल्स (Hemorrhoids), कोलन कैंसर, और आंतों में बैक्टीरिया के असंतुलन का कारण बन सकता है। हाल ही में, हार्वर्ड ट्रेंड गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने कब्ज का एक प्राकृतिक और प्रभावी इलाज बताया है। उन्होंने 3 ऐसे शक्तिशाली बीजों का जिक्र किया है जो आंतों के लिए ‘ब्रश’ की तरह काम करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन-कौन से तीन ऐसे सीड्स हैं जो आंतों को साफ करते हैं, कब्ज को दूर करते हैं और पाचन को दुरुस्त करते हैं। 

अलसी के बीज हैं नेचुरल लैक्सेटिव

अलसी के बीज कब्ज के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। Journal of Ethnopharmacology में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, फ्लैक्स सीड्स में सोल्युबल और इनसोल्युबल फाइबर का सटीक मिश्रण होता है। इसमें मौजूद फाइबर मल को भारी बनाता है (Bulking agent), जिससे आंतों की गति तेज होती है। ओमेगा-3 फैटी एसिड आंतों की सूजन कम करने में मदद करते हैं। डॉ. सेठी के मुताबिक अगर इन सीड्स का सेवन पीसकर पाउडर बनाकर किया जाए तो आंतों में जमा सारी गंदगी साफ हो जाती है। रोजाना 1-2 चम्मच पाउडर दही या सलाद में मिलाकर लेना सबसे असरदार है।

सब्जा सीड्स हैं आंतों का कूलेंट

सब्जा के बीज न केवल शरीर को ठंडा रखते हैं, बल्कि पेट साफ करने में भी माहिर हैं। रिसर्च बताती हैं कि सब्जा के बीजों में पेक्टिन (Pectin) नामक फाइबर होता है, जो एक बेहतरीन ‘प्रीबायोटिक’ के रूप में काम करता है। इन सीड्स को पानी में भिगोने पर ये अपने आकार से कई गुना फूल जाते हैं और एक जेल तैयार करते हैं। यह जेल आंतों की दीवारों पर जमा टॉक्सिन्स को चिपका कर शरीर से बाहर निकाल देते हैं। यह आंतों में गुड बैक्टीरिया (Probiotics) की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं। आधा चम्मच सब्जा सीड्स एक गिलास पानी में 15 मिनट भिगोएं और जेल बनने पर इसका सेवन करें।

चिया सीड्स हैं फाइबर का पावरहाउस

चिया सीड्स को आधुनिक सुपरफूड माना जाता है, जो पाचन के लिए रामबाण हैं। European Journal of Clinical Nutrition के अनुसार, चिया सीड्स अपने वजन से 12 गुना अधिक पानी सोख सकते हैं, जो पाचन तंत्र को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं। यह आंतों में ‘लुब्रिकेंट’ की तरह काम करते हैं, जिससे मल त्याग में कोई जोर नहीं लगाना पड़ता। ये शुगर के अवशोषण को धीमा करते हैं और गुड बैक्टीरिया के लिए भोजन (Fuel) का काम करते हैं। डॉ. सेठी की सलाह है कि इन सीड्स का सेवन कम से कम 15 मिनट या रात भर भिगोकर ही करें। योगर्ट और बेरीज के साथ इसका कॉम्बिनेशन आंतों के लिए ‘अमृत’ समान है।

डॉक्टर की सलाह

डॉ. सेठी चेतावनी देते हैं कि जब भी आप अपनी डाइट में फाइबर या इन बीजों का सेवन बढ़ाएं, तो पानी की मात्रा (Water Intake) भी बढ़ा दें। बिना पर्याप्त पानी के, फाइबर कब्ज को कम करने के बजाय बढ़ा सकता है।

निष्कर्ष

पेट की सेहत ही हमारे पूरे शरीर की सेहत की नींव है। जैसा कि डॉ. सौरभ सेठी और आधुनिक शोधों से स्पष्ट है, कब्ज जैसी समस्या को केवल दवाओं के भरोसे छोड़ना सही नहीं है। फ्लैक्स सीड्स, सब्जा और चिया सीड्स जैसे प्राकृतिक विकल्प न केवल आपकी आंतों की ‘ब्रश’ की तरह सफाई करते हैं, बल्कि वे आपके शरीर में अरबों गुड बैक्टीरिया का साम्राज्य भी खड़ा करते हैं।

डिस्क्लेमर

यह स्टोरी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार की गई है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य संबंधी बदलाव या डाइट में परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग्य हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।