रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज हर महिला के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है। मेनोपॉज के दौरान गर्मी लगना, रात में पसीना आना और मूड स्विंग होना आम बात हो सकती है, लेकिन एक महिला इनसे कैसे निपटती हैं, इससे बहुत फर्क पड़ता है। मेनोपॉज आमतौर पर 45 से 55 साल की उम्र वाली महिलाओं के बीच होती है, जो उनके प्रेगनेंट का होने का प्रतीक होती है। मेनोपॉज के दौरान महिला के अंडाशय अंडे जारी करना बंद कर देते हैं और हार्मोन का स्तर (विशेष रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन) कम हो जाता है। ऐसे में सही आहार, लाइफस्टाइल और भावनात्मक रूप से इस समस्या को मैनेज किया जा सकता है।

योग विशेषज्ञ हंसाजी योगेंद्र ने बताया कि मेनोपॉज हर महिला के लिए शारीरिक और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण चरण हो सकता है। इस दौरान महिलाओं को कई चुनौतियों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में हेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान की कुछ आदतों में बदलाव करके इसे अच्छे से मैनेज किया जा सकता है। हंसाजी के अनुसार, उनकी मां के समय में रजोनिवृत्ति कोई बड़ा विषय नहीं था, क्योंकि उन्हें भी 50 की उम्र के अंत में रजोनिवृत्ति का सामना करना पड़ा था, लेकिन आज बढ़ती जागरूकता और खुली बातचीत के साथ महिलाएं इसके उतार-चढ़ाव से बेहतर तरीके से निपटना सीख रही हैं।

हेल्थ शॉट्स को दिए एक इंटरव्यू में हंसाजी योगेंद्र ने लाइफस्टाइल के लिए कुछ सुझाव दिए हैं, जिनसे महिलाओं को इस प्राकृतिक बदलाव से गुजरने में मदद मिल सकती है। उन्होंने बताया कि योग करें, प्राणायाम करें, ध्यान करें, ज्यादा टहलें, प्रकृति के साथ रहें, पौष्टिक आहार लें, जिससे तनाव को अच्छी तरह से मैनेज कर पाएंगे।

आहार और पोषण का ध्यान रखें

हंसाजी योगेन्द्र के मुताबिक, सही पोषक तत्वों के साथ स्वस्थ और संतुलित भोजन करना महत्वपूर्ण है, विशेषकर 50 वर्ष की आयु के बाद जब विटामिन और खनिज का लेवल कम हो जाता है।

  • ऐसे में नियमित रूप से भीगे हुए बादाम और मूंगफली खाएं हैं, ताकि शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और फाइबर मिल सके।
  • प्राकृतिक प्रोटीन बढ़ाने के लिए अंकुरित अनाज और अन्य प्रोटीन युक्त फूड्स खाएं
  • भोजन या पूरक आहार के माध्यम से कैल्शियम, विटामिन डी3, विटामिन बी12 प्राप्त करें
  • ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस के खतरों से लड़ने के लिए अपने खाने के माध्यम से हड्डियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें
  • पानी, नींबू का पानी और नारियल पानी पीकर हाइड्रेटेड रहें

योग करें

शरीर की ठंडक को कंट्रोल करने के लिए प्राणायाम का अभ्यास करना फायदेमंद हो सकता है। जब आपको गर्मी लगे, तो अपनी बाईं ओर से सांस लें और दाईं ओर से सांस छोड़ें। ऐसा 10 बार करें और आपको ठंडक और आराम महसूस होगा। रोजाना योग करने से पाचन अच्छा होगा और सेहत को भी फायदा मिलेगा।

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