जॉर्ज फर्नांडिस एक पूर्व रक्षा मंत्री थे और उनकी निधन हो गई। फर्नांडिस लंबे समय से अल्जाइमर नाम की बीमारी से जूझ रहे थे। ऐसा भी कहा जा रहा है कि फर्नांडिस को स्वाइन फ्लू भी था। अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी होती है जिसका सीधा प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य और याददाश्त पर पड़ता है। यह एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इस बीमारी के दौरान लोग अपने याददाश्त, सोचने की क्षमता और रोजमर्रा की गतिविधियों को भूलने लगते हैं।
यह बीमारी अक्सर 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को होती है। बता दें कि लगभग 4.68 करोड़ लोग डिमेंशिया से ग्रसित हैं। इस बीमारी से निजात पाने के कई उपाय होते हैं। आइए उन उपायों के बारे में जानते हैं:
हल्दी:
हल्दी में कुरकुमिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो अल्जाइमर नामक बीमारी की समस्या को कम करने के लिए प्रभावी होता है। हल्दी में मौजूद कुरकुमिन दिमाग तक आसानी से पहुंचता है जिससे समस्या कम होती है। इसके अलावा हल्दी दिमाग के टिशू को बेहतर करता है।
मेडिटेशन:
मेडिटेशन मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है और इस वजह से अल्जाइमर की समस्या भी कम होती है। मेडिटेशन का सीधा प्रभाव दिमाग पर पड़ता है और दिमागी शक्ति बढ़ाने में भी मदद करता है। साथ ही आप रोजाना सुबह व्यायाम भी कर सकते हैं।
बादाम का सेवन करें:
बादाम में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन-ई होता है जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है। इसके अलावा ये पोषक तत्व अल्जाइमर या डिमेंशियां नामक बीमारी को भी कम करने में मदद करता है। बादाम याददाश्त को भी तेज करता है।
अरोमा थेरेपी:
अरोमा थेरेपी एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे अल्जाइमर या डिमेंशियां नामक बीमारी को ठीक किया जा सकता है। अरोमा थेरेपी दिमागी शक्ति को तेज करता है और भूली हुई यादों को भी वापस लाने में मदद करता है।