तेल के बिना खाना पकाने की कल्पना करना असंभव है, क्योंकि तेल न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि भोजन के पोषण मूल्य को भी बढ़ाता है। हालांकि, बाजार से लेकर घरों तक में कई तरह के तेल का उपयोग किया जाता है। बाजार में खाना बनाने के लिए कई प्रकार के तेल का इस्तेमाल किया जाता है। इसी तरह घर में बनाए जाने वाले खाने में भी तेल का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में घर हो या बाहर लोग इस बात पर ध्यान नहीं दे पाते कि वह दिन भर में कितना तेल खा रहे हैं और इसका सेहत पर क्या असर हो रहा है।

खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर नजर रखने वाली देश की सबसे बड़ी संस्था FSSAI के अनुसार, ज्यादातर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते कि वे कितना तेल इस्तेमाल कर रहे हैं, किस तरह का तेल इस्तेमाल कर रहे हैं और कैसे खाना बना रहे हैं, क्योंकि अगर तेल का इस्तेमाल सही तरीके से न किया जाए, तो यह जहरीला हो सकता है। जिसके चलते दिल से लेकर पाचन तंत्र तक कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं।

तेल के लेवल को याद रखना

रोजाना कितना तेल इस्तेमाल होता है, इसका रिकॉर्ड रखना सेहत के लिए जरूरी है। खाना बनाते समय हर बार कितना तेल इस्तेमाल होता है, इसका रिकॉर्ड रखकर हम महीने का औसत निकाल सकते हैं। इससे हम आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि कहीं हम जरूरत से ज्यादा तेल तो नहीं खा रहे। ज्यादा तेल न सिर्फ वजन बढ़ाता है, बल्कि दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ाता है।

पैकेज्ड तेल का ही उपयोग करें

खुला तेल अक्सर स्वच्छता मानकों पर खरा नहीं उतरता, जबकि पैकेज्ड तेल को संसाधित करके गुणवत्ता निरीक्षण के बाद ही बाजार में उतारा जाता है। इसलिए ऐसे तेल का उपयोग सुरक्षित है। रिफाइंड, सूरजमुखी, सोयाबीन, सरसों या तिल के तेल में आवश्यक पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। हालांकि, वनस्पति या मार्जरीन के उपयोग से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें ट्रांस फैट की मात्रा अधिक होती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और हार्ट रोग का खतरा बढ़ जाता है।

तेल गर्म करने का सही तरीका

हर तेल का एक स्मोक पॉइंट होता है। यानी एक निश्चित तापमान के बाद तेल जलने लगता है और उसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। इतना ही नहीं, ऐसा तेल शरीर के लिए हानिकारक भी होता है। इसलिए खाना बनाते समय तेल को गर्म करने के तापमान का ध्यान रखना जरूरी है। तलने या डीप फ्राई करने के लिए लगातार तेज तापमान पर तेल का इस्तेमाल करना सेहत के लिए हानिकारक है।

ज्यादा तेल का सेवन करने से क्या होता है

ज्यादा तेल खाने से मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट रोग, शुगर, फैटी लिवर जैसी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है और गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसी समस्याएं बार-बार होने लगती हैं। त्वचा पर चकत्ते, मुंहासे और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं। इसलिए लंबे समय तक स्वस्थ रहने के लिए तेल की मात्रा कम रखना और सही प्रकार का तेल चुनना बहुत जरूरी है।

वहीं, फिटनेस कोच यश वर्धन स्वामी के मुताबिक, आज की व्यस्त जिंदगी में देर रात तक काम करना, मोबाइल पर स्क्रॉल करना या तनाव के कारण पर्याप्त नींद न मिल पाना आम हो गया है, लेकिन लगातार कई दिनों तक नींद की कमी आपके शरीर पर खतरनाक असर डाल सकती है।