Benefits of moringa tea: एक देशी भारतीय जड़ी-बूटी, मोरिंगा जिसे मोरिंगा ओलीफेरा के पेड़ से प्राप्त किया जाता है। इसे ड्रमस्टिक के नाम से भी जाना जाता है और साउड इंडिया में इसे सांभर में इस्तेमाल किया जाता है। यह माना जाता है कि मोरिंगा पाउडर का उपयोग स्किन डिजीज और इंफेक्शन के उपचार और प्रबंधन के लिए किया जाता है क्योंकि इसमें एंटी-फंगल, एंटी-वायरल, एंटीडिप्रेसेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। लेकिन अब इसका उपयोग डायबिटीज के मरीजों से लेकर वजन घटाने तक को नियंत्रित करने के लिए भी किया जा रहा है। मोरिंगा-टी का भी इस्तेमाल किया जाता है।
वजन कम करता है:
सिंथिया ट्रेनर द्वारा किताब हाउ टू लूज़ बैक फैट के अनुसार, यह उल्लेख किया गया है कि मोरिंगा की चाय से वजन कम होता है क्योंकि यह शरीर में फैट को बर्न करता है और एनर्जी प्रदान करता है। इसके पत्तों में फैट कम होता है और अधिक मात्रा में पोषक तत्व होते हैं।
बैक्टीरियल डिजीज से लड़ता है:
मोरिंगा में उच्च मात्रा में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होता है जो साल्मोनेला, इ.कोली और राइजोपस जैले इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है।
डायबिटीज के लिए:
मोरिंगा ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा साथ ही यूरिन में शुगर और प्रोटीन को कम करने में मदद करता है जो हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार करता है। इस प्रकार यह डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है।
अस्थमा के लिए:
मोरिंगा अस्थमा अटैक को कम करने और ब्रोन्कियल कॉन्सट्रीक्शन से बचाने में मदद कर सकता है। यह फेफड़ों को बेहतर तरीके से कार्य करने और सांस ना आने की समस्या को कम करने में मदद करता है।
हाई ब्लड प्रेशर के लिए:
मोरिंगा टी में आइसोथियोसाइनेट और नियाजिमिनिन होते हैं जो धमनियों को मोटा होने से रोकने में मदद करते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
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