Joe Biden Prostate Cancer: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर का पता चला है, जो अब उनकी हड्डियों तक फैल चुका है। रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यालय ने रविवार को कहा कि उन्हें गंभीर प्रोस्टेट कैंसर का पता चला है। बाइडेन को पेशाब संबंधी शिकायतें बढ़ रही थीं और पिछले सप्ताह विशेषज्ञों ने उनकी जांच की, जिसमें प्रोस्टेट गांठ का पता चला। दरअसल, प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाली एक गंभीर बीमारी है, जो प्रोस्टेट ग्रंथि में होती है। चलिए आपको बताते हैं हड्डियों को खोखला करने वाली ये बीमारी कितनी खतरनाक है। प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण और बचाव क्या है?

बाइडेन के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हालांकि यह बीमारी का अधिक आक्रामक रूप है, लेकिन यह हार्मोन-संवेदनशील प्रतीत हो रहा है, जिससे इसका प्रभावी इलाज संभव है। दरअसल, प्रोस्टेट कैंसर का अगर समय रहते पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है, लेकिन यह पुरुषों में कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण भी है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, हर आठ में से लगभग एक पुरुष को अपने जीवनकाल में प्रोस्टेट कैंसर का पता चलता है।

प्रोस्टेट कैंसर एक्सपर्ट डॉक्टर ऐश.के तिवारी ने हिंदुस्तान टाइम्स के समिट में इस कैंसर के बारे में खुलकर बात की थी और उन्होंने इस कैंसर के शुरुआती संकेतों और हेल्दी डाइट के बारे में बताया है। उन्होंने बताया था कि हर साल दुनिया भर में 18 मिलियन से अधिक कैंसर के मामले सामने आते हैं। पहले तक कैंसर को मौत की सजा माना जाता था, लेकिन अब विज्ञान और मेडिकल साइंस, दोनों में इतनी प्रगति हो गई है, जिसके चलते इलाज भी संभव हो गया है।

प्रोस्टेट कैंसर क्या है?

प्रोस्टेट कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि में उत्पन्न होता है, जो पुरुषों में मूत्राशय के नीचे स्थित एक छोटा, अखरोट के आकार का अंग है। यह ग्रंथि सीमन का प्रोडक्शन करती है, जो स्पर्म को पोषण देने का काम करता है। यह पुरुषों में सबसे आम कैंसर में से एक है, 2025 तक अमेरिका में इसके 313,000 से अधिक नए मामले होने का अनुमान है।

प्रोस्टेट कैंसर कारण और जोखिम कारक

प्रोस्टेट कैंसर के सटीक कारण अभी भी अस्पष्ट हैं, लेकिन कई जोखिम कारकों की पहचान की गई है। प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम उम्र बढ़ने के साथ बढ़ जाता है। खासतौर पर 50 वर्ष के बाद ये कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है। पारिवारिक इतिहास के कारण भी प्रोस्टेट कैंसर हो सकता है। इसके अलावा हाई फैट आहार, मोटापा और धूम्रपान के कारण भी जोखिम बढ़ सकता है।

प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण

  • पेशाब करने में कठिनाई
  • बार-बार पेशाब आना
  • पेशाब करते समय दर्द या जलन
  • मूत्र या वीर्य में रक्त
  • पीठ या कूल्हों में दर्द

ट्रीटमेंट ऑप्शन

प्रोस्टेट कैंसर का उपचार रोग की अवस्था और आक्रामकता पर निर्भर करता है। पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर हड्डियों तक फैल गया है। ऐसी स्थिति में उपचार के लिए ये विकल्प शामिल हो सकते हैं।

  • हार्मोन थेरेपी- कैंसर के विकास को धीमा करने के लिए टेस्टोस्टेरोन के लेवल को कम करती है।
  • कीमोथेरेपी- कैंसर कोशिकाओं को मारने या उनकी वृद्धि को रोकने के लिए मजबूत दवाओं का उपयोग किया जाता है।
  • रेडिएशन थेरेपी- कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए हाई ऊर्जा किरणों का उपयोग करती है।
  • टारगेटेड थेरेपी- कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने के लिए उनमें मौजूद विशिष्ट रसायनों पर आक्रमण करती है।
  • इम्यूनोथेरेपी- कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करती है।