Diabetes Control: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे जड़ से समाप्त कर पाना तो मुश्किल है लेकिन हेल्दी लाइफस्टाइल, डाइट और दवाइयों के मदद से इसे कंट्रोल कर लोग नॉर्मल जिंदगी जी सकते हैं। बता दें मोटापा, स्ट्रेस, धूम्रपान, ज्यादा मीठा खाने या फिर आनुवांशिक कारणों से लोग इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। सरकारी आंकड़ों की मानें तो भारतीय व्यस्कों में 12 से 18 प्रतिशत डायबिटीज का खतरा बढ़ा है। ऐसे में मरीजों को एक स्ट्रिक्ट डाइट और लाइफस्टाइल को फॉलो करना चाहिए। साथ ही, कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल भी कारगर साबित होता है।

टाइप 2 डायबिटीज कंट्रोल करता है तेजपत्ता: एक शोध में करीब उन 65 लोगों को शामिल किया गया जो टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त थे। इन्हें 2 ग्रुप्स में बांट दिया गया, पहले समूह में 50 जबकि दूसरे में 15 लोगों को रखा गया। फिर पहले समूह के मरीजों को करीब एक महीने तक हर रोज दो ग्राम तेजपत्ते के इस्तेमाल की सलाह दी गई। इसके महीने भर बाद जब उनका शुगर लेवल चेक किया गया तो उसमें 30 फीसदी गिरावट देखने को मिली।

पोषक तत्वों का खजाना है तेजपत्ता: एक्सपर्ट्स का मानना है कि तेजपत्ता में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे एंटी-ऑक्सीडेंट, कॉपर, पोटैशियम, कैल्शियम, सेलेनियम और आयरन का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। ये सभी तत्व डायबिटीज रोगियों के लिए लाभकारी है। यही नहीं, तेजपत्ता में फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। माना जाता है कि इसके इस्तेमाल से शरीर में इंसुलिन का फ्लो बेहतर होता है।

मजबूत होती है मेटाबॉलिज्म: माना जाता है कि डायबिटीज रोगियों का चयापचय दूसरों की तुलना में कमजोर होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक डायबिटीज के मरीजों के शरीर में अनियमित इंसुलिन के कारण उनका मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। ऐसे में तेजपत्ता फायदा पहुंचा सकता है, इसे खाने से मेटाबॉलिज्म सुधरता है और पाचन क्रिया भी बेहतर होती है।

कैसे करें इस्तेमाल: सब्जी या दाल बनाते समय तड़के में तेजपत्ता का भी प्रयोग करें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार खाने में तेजपत्ते का सेवन करने के अलावा सोने से पहले तेजपत्ते के तेल की कुछ बूंदों को पानी में मिलाकर पीने से भी लाभ होता है। वहीं, आप चाहें तो तेजपत्ते से बनी चाय या काढ़ा का सेवन भी कर सकते हैं।