आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी मोटापा बहुत ही आम समस्या हो चुकी है। मोटापे का सबसे बड़ा कारण खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल है। हालांकि, वजन कम करने के लिए लोग कड़ी मेहनत करते है। इसके लिए डाइटिंग से लेकर वर्कआउट तक सब कुछ करता है, लेकिन इसके बाद भी कई ज्यादा असर दिखाई नहीं देता। वजन कम करने के लिए अक्सर लोग कम खाते हैं या फिर बहुत देर के बाद खाते हैं। ऐसे में ज्यादा समय तक भूखा रहने के चलते लोग जब खाना खाते हैं, तो ज्यादा खा लेते हैं, जिससे वजन कम होने की जगह बढ़ने लगता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सही स्नैकिंग मेटाबॉलिज्म तेज, भूख कंट्रोल और फैट लॉस करने के लिए बहुत असरदार होता है।
बेंगलुरु में एस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल में आहार विशेषज्ञ वीना वी के अनुसार, नाश्ते में कम कैलोरी वाली चीजें खाना वेट कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। उन्होंने बताया कि वजन घटाने की प्रक्रिया में सबसे मुश्किल काम होता है। वजन कम करने के लिए सही और हेल्दी स्नैक्स चुनना बहुत जरूरी है, क्योंकि जब भूख लगती है तो अकसर लोग चिप्स, बिस्किट, समोसे या तले-भुने फूड्स खा लेते हैं, जो वजन और चर्बी दोनों तेजी से बढ़ा देते हैं। ऐसे में वह स्नैक्स खाए जाएं जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ 150 कैलोरी से कम हों। इससे न सिर्फ पेट भरेगा, बल्कि वजन घटाने में भी मदद मिलेगी।
सैल्मन
सैल्मन अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी ओमेगा-3 तत्व की बदौलत कोर्टिसोल के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकती हैं। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि मछली का तेल तनावपूर्ण स्थितियों में एड्रेनल ग्रंथि की सक्रियता का प्रतिकार कर सकता है।
एवोकाडो
एवोकाडो में पोटैशियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो एक तनाव-रोधी खनिज है। ये कोर्टिसोल का मुकाबला करने में मदद करके नींद और मांसपेशियों को आराम देता है। संतुलित नाश्ते के लिए इसे टोस्ट या फिर अन्य तरह से खा सकते हैं।
फलियां
छोले , बीन्स और फवा बीन्स, साथ ही दाल और मटर सभी फाइबर के बेहतरीन स्रोत हैं, जो आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। ये शुगर कंट्रोल करने में भी असरदार होता है। इसके अलावा इनमें बी विटामिन और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो दोनों तंत्रिका तंत्र के स्वस्थ कार्य में योगदान करते हैं।
बेरीज
ब्लैकबेरी, ब्लूबेरी , क्रैनबेरी, रास्पबेरी और इसी तरह की अन्य सब्जियां फ्री रेडिकल से लड़ने वाले एंटीऑक्सीडेंट के छोटे पावरहाउस हैं। इस वजह से ये ऑक्सीडेटिव तनाव और कोर्टिसोल के लेवल को कम करते हैं।
नट्स
बादाम, अखरोट, हेजलनट्स, काजू और ब्राजील नट्स में अच्छे वसा, मैग्नीशियम, बी विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट के संयोजन के कारण तनाव-रोधी गुण होते हैं। इन्हें सलाद और पास्ता व्यंजनों में शामिल करें या भोजन के बीच नाश्ते के लिए एक स्टैश में रखें।
इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।