पूरे दिन की सेहत और एनर्जी इस बात पर निर्भर करती है कि हम अपने दिन की शुरुआत कैसे करते हैं। इसलिए नाश्ते को दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन माना जाता है। सुबह के समय खाए गए फूड्स न केवल शरीर को एनर्जी प्रदान करते हैं, बल्कि ये शरीर के हर अंग को भी प्रभावित करते हैं। इसमें किडनी भी अहम भूमिका निभाती है। किडनी शरीर से विषैले तत्वों यानी टॉक्सिन को बाहर निकालती है, द्रव संतुलन बनाए रखती है और इलेक्ट्रोलाइट्स को कंट्रोल करती है।

सर्जन, यूरोलॉजिस्ट, डॉ. नितिन श्रीवास्तव के मुताबिक, खानपान का असर न सिर्फ सेहत पर पड़ता है, बल्कि शरीर के हर अंग को भी प्रभावित करता है। अगर नाश्ते में गलत फूड्स का सेवन किया जाए, तो इसका सीधा असर किडनी पर पड़ता है और किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है। सुबह के समय क्या खाया जाए, इसका चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें शुगर, हाई ब्लड शुगर या पहले से ही किडनी की बीमारी है।

प्रोसेस्ड मांस

बहुत से लोग नाश्ते में बेकन, सॉसेज या सलामी जैसे प्रोसेस्ड मीट खाना पसंद करते हैं, लेकिन ये फूड्स सोडियम और फास्फोरस से भरपूर होते हैं, जिससे किडनी पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है। इनमें इस्तेमाल होने वाले प्रिजर्वेटिव शरीर में सूजन पैदा करते हैं और ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाते हैं। ज्यादा नमक ब्लड प्रेशर बढ़ाता है और लंबे समय में क्रोनिक किडनी रोग का खतरा बढ़ाता है। ऐसे में इन फूड्स के बजाय ताजा फूड्स चुनें जो प्रोटीन से भरपूर हों लेकिन नमक कम हो।

मीठे अनाज

सुबह की भागदौड़ में अनाज खाना आसान लग सकता है, लेकिन इनमें मौजूद भारी मात्रा में चीनी शरीर के लिए हानिकारक होती है। यह चीनी वजन बढ़ाती है, इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ाती है और शुगर के खतरे को बढ़ाती है। ये तीनों ही चीजें किडनी की सेहत के लिए खतरनाक हैं। मीठे अनाज में पोषक तत्व कम और खाली कैलोरी ज्यादा होती है। इनकी जगह ओट्स, मूसली या ब्रैन फ्लेक्स सेहतमंद विकल्प हैं, जो फाइबर और मिनरल्स से भरपूर होते हैं और किडनी को मजबूत बनाते हैं।

फ्लेवर्ड दही

दही सेहत के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन बाजार में मिलने वाले फ्लेवर्ड दही किडनी के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इनमें चीनी, कृत्रिम स्वाद और फास्फेट की मात्रा ज्यादा होती है। ज्यादा चीनी मोटापा और मेटाबॉलिज्म संबंधी समस्याओं को बढ़ाती है, जबकि फास्फेट खनिजों के संतुलन को बिगाड़ देते हैं। इससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और हाई ब्लड प्रेशर सहित हार्ट रोग का खतरा बढ़ जाता है। सादा घर का बना दही खाना सबसे अच्छा विकल्प है।

बेकरी उत्पाद और पेस्ट्री

डोनट्स , मफिन और पेस्ट्री सुबह-सुबह खाने में आसान और स्वादिष्ट लग सकते हैं, लेकिन इनमें मैदा, ज्यादा चीनी और ट्रांस फैट होते हैं। ये तत्व ब्लड शुगर के लेवल को तेजी से बढ़ाते हैं और शरीर में वसा जमा होने का कारण बनते हैं। इससे मोटापा बढ़ता है और किडनी पर दबाव पड़ता है। इसके अलावा ट्रांस फैट शरीर में सूजन बढ़ाता है, जो किडनी के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। ऐसे में कम चीनी और तेल वाले घर के बने फूड्स खाने से किडनी सुरक्षित रह सकती है।

फास्ट फूड

फास्ट फूड जैसे सैंडविच आदि, जल्दी और सुविधाजनक होते हैं, लेकिन इनमें नमक, प्रिजर्वेटिव और हानिकारक वसा की मात्रा ज्यादा होती है। इससे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल दोनों बढ़ सकते हैं, जो किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है। प्रोसेस्ड मीट और रिफाइंड ब्रेड इस जोखिम को और बढ़ा देते हैं। बेहतर होगा कि घर पर ही साबुत अनाज वाली ब्रेड, ताजी सब्जियों और लीन प्रोटीन से हेल्दी सैंडविच बनाएं।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।