How to deal with exam result anxiety: बच्चों के इम्तिहान के परिणाम का वक्त आ चुका है। देश भर में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के नतीजे एक के बाद एक जारी हो रहे हैं। जैसे जैसे वक्त बढ़ रहा है बच्चों के दिलों की धड़कन भी तेज होने लगी है। परीक्षा देना जितना मुश्किल काम है उससे कहीं ज्यादा मुश्किल काम उस परीक्षा के परिणाम का इंतजार है।
रिजल्ट आने से पहले तनाव (Stress) का बढ़ना एक सामान्य बात है, खासकर तब जब आपने कड़ी मेहनत की हो और उम्मीदें ज़्यादा हों। लेकिन इस तनाव को कंट्रोल करना ज़रूरी है ताकि आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर इसका बुरा असर न पड़े।
अगर आप किस्मत पर भरोसा करते हैं तो अपनी मेहनत के बाद उसपर कायम रहें, क्योंकि जो किस्मत में लिखा है वो आपको जरूर मिलेगा और जो नहीं लिखा वो आपके लाख तनाव लेने के बाद भी आपको हासिल नहीं हो सकता। आप सिर्फ थोड़ा सा सब्र रखिये और पॉजिटिव होकर खुद को सकारात्मक रखिए। कुछ टिप्स की मदद से आप खुद को पॉजिटिव रख सकते हैं। सकारात्मक सोच न सिर्फ आपकी मानसिक स्थिति को बेहतर बनाती है बल्कि आपकी बॉडी भी हेल्दी रहती है। आइए जानते हैं कि परिक्षा का परिणाम आने से पहले आप खुद को कैसे पॉजिटिव रखें ताकि तनाव को मात दे सकें।
पॉजिटिव सोचें
इंतजार की घड़ियां बहुत भारी होती है, ये इंतजार किसी भी चीज का हो तनाव को बढ़ाता है, लेकिन आप इस मुश्किल वक्त में तनाव नहीं लें। आप पॉजिटिव रहें, ये सोचें कि मैंने बहुत मेहनत की है और मेरा रिजल्ट भी बेहतर होगा। खुद को रिजल्ट के आखिरी समय तक कमतर नहीं मानें। आपकी सोच पॉजिटिव रहेगी तो परीक्षा का परिणाम भी पॉजिटिव रहेगा।
योग और प्राणायाम करें
अगर आप पर तनाव हावी हो चुका है तो आप कुछ देर योग और प्राणायाम करें। योग और प्राणायाम की मदद से आपको राहत मिलेगी और आप कूल महसूस करेंगे। गहरी सांस लें,अनुलोम विलोम करें। 10-15 मिनट का योग आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को बेहतर बनाएगा। कुछ देर सांस रोकें, फिर धीरे-धीरे छोड़ें (अनुलोम-विलोम, भ्रामरी )।
परिवार और दोस्तों के साथ वक्त गुजारें
परीक्षा के परिणाम का इंतजार भारी पड़ रहा है तो आप ये मुश्किल वक्त दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ गुजारें। उनसे मन की बातें शेयर करें मन हल्का होगा । अकेले रहेंगे तो आपका तनाव बढ़ेगा। फैमिली और फ्रेंड्स के साथ रहने से आप में पॉजिटिव एनर्जी आएगी।
फालतू सोच से बचें
ये वक्त परीक्षा के परिणाम का है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप फालतू सोचें। मैं फेल हो जाऊंगा तो क्या होगा, मम्मी पापा क्या कहेंगे,ये सब दिमाग से निकाल दें। ऐसी बातें बार-बार सोचने से तनाव बढ़ता है। अपने दिमाग को डायवर्ट करें।
सोशल मीडिया से थोड़ा ब्रेक लें
रिजल्ट परिणाम के दौरान सोशल मीडिया पर बवाल मचा रहता है। ऐसे में आप सोशल मीडिया से दूरी बनाएं। दूसरों के पोस्ट देखकर बेचैनी बढ़ सकती है इसलिए आप खुद पर फोकस करें।