सर्दी जैसे-जैसे बढ़ती रहेगी वैसे-वैसे परेशानियां भी बढ़ती रहेंगी। सर्दी में प्रदूषण का स्तर अधिक रहता है, ओस से नम होकर दूषित धूलकण नीचे आ जाते हैं और वातावरण को दूषित करते हैं। इस दूषित हवा में जब हम सांस लेते हैं तो ये प्रदूषित कण सांस के साथ हमारी बॉडी में प्रवेश कर जाते हैं और हमें बीमार बना देते हैं। प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर अस्थमा के मरीजों पर होता है। इस मौसम में प्रदूषित वतावारण में लंबे समय तक रहने से दमा के अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
सर्दी में अस्थमा अटैक का प्रमुख कारण इस मौसम में श्वास नलिकाओं का सिकुड़ना है। इस स्थिति में लम्बे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से मरीज का दम घुटने लगता है और सांस लेने में दिक्कत होती है। दमा के रोगी धुए और प्रदूषण के प्रति संवेदनशील होते हैं, ऐसे में सर्द मौसम और बढ़ता प्रदूषण इस बीमारी को ट्रिगर करता है। इस मौसम में इम्युनिटी कमजोर होने लगती है और बीमार होने के आसार भी ज्यादा रहते हैं।
सर्दी में अस्थमा के मरीजों को लगातार खांसी आना, जुकाम रहना, छींकें आना,सांस फूलना,सांस लेने के दौरान सीटी जैसी आवाज निकलना,सीने में जकड़न महसूस होना और घबराहट होने जैसी परेशानियां हो सकती हैं। ये सभी लक्षण अस्थमा के हैं। दमा के रोगी अगर प्रदूषण और बाहर की खुली हवा में सांस लेते हैं तो उस हवा में उनका दम घुटने लगता है। दमा के रोगियों के लिए प्रदूषण से बचाव करना बेहद जरूरी है।
अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली में सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर राजेश चावला के मुताबिक दमा के मरीज पीक टाइम में घर से बाहर निकलने से बचें। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर बाहर नहीं जाने से आपका गुजारा होता है तो जरूर करें। एक्सपर्ट के मुताबिक घर से बाहर निकलते समय चेहरे पर मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। सर्दी में खुले में एक्सरसाइज करने से बचें। एक्सपर्ट के मुताबिक अस्थमा के मरीज इस दौरान कुछ खास तरह के फूड्स को खाने से बचें तो अस्थमा अटैक का खतरा टल सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि अस्थमा के मरीज सर्दी में कौन-कौन से फूड्स से परहेज करके इस बीमारी को कंट्रोल कर सकते हैं।
बीयर,वाइन जूस और चाय से करें परहेज
एक्सपर्ट के मुताबिक अस्थमा के मरीज सर्दी में बीयर,वाइन जूस और चाय का सेवन करने से परहेज करें। इन ड्रिंक में मौजूद सल्फाइट सांस में दिक्कत पैदा करते हैं। अस्थमा के मरीज इन लिक्विड फूड्स से परहेज करें।
इन खास ड्राईफ्रूट्स को भूलकर भी नहीं खाएं
ड्राईफ्रूट्स का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन अस्थमा के मरीज कुछ ड्राईफ्रूट्स का सेवन भूलकर भी नहीं करें। डिहाइड्रेटिड ड्राईफ्रूट्स जैसे किशमिश,चेरी और बैरीज का सेवन अस्थमा के मरीज भूलकर भी सेवन नहीं करें। इन डिहाइड्रेटिड ड्राई फ्रूट्स में सल्फाइट मौजूद होता है जो अस्थमा के लक्षणों को बिगाड़ सकता है। इन ड्राईफ्रूट्स का सेवन करने से बचें।
अचार और पिकल्ड फूड्स से करें परहेज
अचार और पिकल्ड फूड्स ऐसे फूड्स है जिन्हें देखते ही मुंह में पानी आने लगता है। ये फूड्स ना सिर्फ देखने में अच्छे लगते हैं बल्कि खाने में भी मजेदार होते हैं। इन फूड्स में भी सल्फाइट मौजूद होता है जो अस्थमा अटैक का कारण बन सकते हैं। अस्थमा के मरीज इन फूड्स का सेवन करने से बचें।
पैकेज आलू और चिप्स से बचें
पैकेज आलू और चिप्स का सेवन अस्थमा के मरीज बिल्कुल भी नहीं करें। फ्रूजन फूडस और पैकेज आलू में सल्फाइट मौजूद होता है जो अस्थमा के मरीजों को नुकसान पहुंचा सकता है।