डायरिया ढीले या पानी जैसी पॉटी को संदर्भित करता है और यह लोगों के बीच एक बहुत ही आम समस्या है। यह समस्या आंतों में तरल का स्राव बढ़ जाने के कारण या तेजी से स्टूल पास होने के कारण होती है। दस्त को उप-श्रेणियों में संक्रामक और नॉनइंफेक्शियस में बांटा गया है। खाने में मौजूद बैक्टीरिया, वायरस और अन्य सूक्ष्म जीवों के कारण पेट में इंफेक्शन हो जाता है और डायरिया की समस्या हो जाती है। इस प्रकार के दस्त को आसानी से ठीक किया जा सकता है। अन्य दवाइयों की वजह से भी डायरिया की समस्या होती है। आपको दस्त के कारण होने वाले सभी कारणों से अवगत होना चाहिए ताकि आप जल्द से जल्द सावधानी पूर्वक उपाय कर सकें।

अस्वस्थ खाद्य पदार्थो का सेवन:
प्रदूषित भोजन में बैक्टीरिया होते हैं जिनका सेवन करने से पेट में बैक्टीरिया जमा हो जाता है। इसके अलावा, ये बैक्टीरिया भी उल्टी और पेट की ऐंठन का कारण बनता है। इस समस्या को रोकने के लिए, खाने की चीजों को पहले सभी ठीक से धो लें।

मेडिकेशन:
कभी-कभी दवाएं भी दस्त का कारण बनती हैं। एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन भी अच्छे बैक्टीरिया को मार देता है जो आंत प्रणाली की रक्षा करता है। यदि आप लगातार दस्त का सामना कर रहे हैं तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

किसी खाने से एलर्जी:
अगर आपके शरीर को कुछ खाद्य पदार्थों को पचाने में समस्या आती है तो यह स्थिति भी दस्त का कारण बनती है। अवांछित भोजन का सेवन 30 मिनट या दो घंटे में दस्त का कारण बनता है।

इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम:
यह एक आम विकार है जो सूजन, दस्त और अन्य पेट की समस्याओं का कारण बनता है। आईबीएस के कारण होने वाले दस्त को रोकने के लिए, जीवनशैली में और आहार योजना में कुछ बदलावों को अपनाएं।