फैटी लिवर को मेडिकल टर्म में हेप्टिक स्टोटोसिस कहा जाता है। यह एक ऐसी समस्या है, जब लिवर के आसपास वसा यानी फैट इक्ट्ठा हो जाता है। इस बीमारी में लिवर सुकड़ जाता है। लिवर शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है। यह बॉडी में मेटाबॉलिज्म को ठीक कर एनर्जी का संचयन करता है। इसके अलावा लिवर खून को साफ कर शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को भी बाहर निकलता है। एक स्टडी के मुताबिक गलत खानपान और आरामदायक जीवन-शैली के कारण दुनिया का एक तिहाई हिस्सा फैटी लिवर की बीमारी से जूझ रहा है।
फैटी लिवर के कारण कई तरह की जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। जिनमें हेपेटाइिस, लिवर सिरोसिस और कैंसर जैसी बीमारियां शामिल हैं। ऐसे में अपने खानपान का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है। फैटी लिवर की समस्या से निजात पाने के लिए इस बात का पता होना बेहद जरूरी है कि आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो फैटी लिवर की समस्या से निजात पाने के लिए हेल्दी फूड्स का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर खाने का सेवन कर सकते हैं। फैटी लिवर से ग्रसित मरीजों को ओट्स, अखरोट, ताजे फल, ब्रोकली, हरी सब्जियां और ग्रीन टी आदि का सेवन करना चाहिए।
-ब्रोकली: ब्रोकली के सेवन से लिवर मजबूत और स्वस्थ बनता है। ब्रोकली में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो लिवर से अतिरिक्त वसा को हटाने में कारगर है। ऐसे में आपको ब्रोकली का नियमित तौर पर सेवन करना चाहिए।
-ग्रीन टी: ग्रीन टी समग्र स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। यह फैटी लिवर से निजात दिलाने के साथ ही वजन घटाने में भी कारगर है। इसलिए आपको रोजाना 2 से 3 बार ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए।
इन चीजों का ना करें सेवन:
रेड मीट: रेड मीट में सैचुरेटिड फैट उच्च मात्रा में होता है। अगर आप फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपको रेड मीट के सेवन से बचना चाहिए।
शराब: शराब लिवर को फैटी बनाने का एक मुख्य कारण है। एल्कोहल्कि फैटी लिवर की समस्या ज्यादा शराब पीने से ही होती है। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए आपको शराब नहीं पीनी चाहिए। इसके अलावा ज्यादा नमक, शुगर, व्हाइट ब्रेड और जंक फूड के सेवन से भी बचना चाहिए।