आज कल फैटी लिवर की बीमारी ऊभरकर सामने आ रही है। फैटी लिवर की बीमारी के दो प्रकार हैं, जिनमें अल्कोहलिक और नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर शामिल हैं। जैसा कि नाम से स्पष्ट है अल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्या अल्कोहल का सेवन करने से होती है, जबकि नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्या की मुख्य वजह मोटापा, बिगड़ा हुआ खानपान और बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल है।

आपको पता होना चाहिए कि लिवर हमारे शरीर के सबसे आवश्यक अंगों में से एक है। यह हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालकर शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। लेकिन हमारी कुछ आदतें लिवर को इतना क्षतिग्रस्त कर देती हैं कि उसे अच्छा कर पाना नामुमक़िन हो जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि फैटी लिवर के मरीजों की डाइट का ध्यान न रखा जाए तो यह उनकी सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है। इसलिए फैटी लिवर के पेशेंट को यह सलाह दी जाती हैं कि वह अपनी डाइट का खास ख्याल रखें और कुछ विशेष फूड आइटम को अपनी डाइट में शामिल करें।

मछली खाने से हो सकता है फायदा: फैटी लिवर के पेशेंट को मछली खाने की सलाह दी जाती है। डायटिशियन का मानना है कि मछली में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा- 3 होता है, जिसका सेवन करने से लिवर जल्द स्वस्थ हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो मछली में बहुत अधिक मात्रा में विटामिन ए होता है, जिसका सेवन करने से लिवर से फैट घटाया जा सकता है।

हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन: फैटी लिवर के मरीजों को रोजाना हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। एक्सपर्ट्स का मानना है कि रोजाना हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से लिवर पर जमा फैट घट सकता है। साथ ही रोजाना ऐसी सब्जियों का सेवन करने से शरीर में फॉलिक एसिड और हीमोग्लोबिन की मात्रा भी बढ़ती है। बताया जाता है कि फैटी लिवर के मरीजों को दिन में कम-से-कम एक कटोरी हरी सब्जी का सेवन जरूर करना चाहिए।

रोजाना खाएं ओट्स: जिन लोगों को फैटी लिवर की बीमारी है, उनके लिए ओट्स का सेवन बहुत लाभकारी माना जाता है। जानकारों का कहना है कि ओट्स लिवर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसलिए फैटी लिवर के मरीजों को ओट्स का सेवन करना चाहिए। कहा जाता है कि ओट्स का सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक तरह से काम कर पाता है, जिसकी वजह से लिवर जल्द स्वस्थ हो जाता है और लिवर पर जमा फैट घटाने में मदद मिलती है।