Reverse Fatty Liver: खराब लाइफस्टाइल और खानपान के चलते शरीर में कई तरह की बीमारियां आसानी से अपना कब्जा कर लेती हैं। फैटी लिवर भी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लिवर में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है। यह लिवर के लिए एक आम समस्या है और यह अक्सर बिना किसी लक्षण के होती है। जब लिवर में फैट की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है, तो इसे फैटी लिवर कहते हैं। वहीं, लिवर की हेल्थ को लेकर जागरूक करने के लिए हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है।

लिवर शरीर में सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो डिटॉक्सिफिकेशन, मेटाबॉलिज्म और पाचन में अहम भूमिका निभाता है। लिवर का सबसे अहम काम भोजन से पोषक तत्वों को प्रोसेस करना, खून से विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिन को फिल्टर करना, एल्ब्यूमिन और थक्के बनाने वाले कारकों जैसे महत्वपूर्ण प्रोटीन का उत्पादन करना है। दरअसल, जब लिवर की कोशिकाओं में फैटी एसिड और ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ जाते हैं, तो लिवर फैटी हो जाता है। फैटी लिवर की समस्या को ध्यान नहीं दिया गया तो यह गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है।

फैटी लिवर के ग्रेड

फैटी लिवर को तीन ग्रेड में बांटा गया है। ग्रेड 1 फैटी लिवर में हल्का फैटी लिवर या हल्का हेपेटिक स्टीटोसिस भी कहा जाता है, जहां वसा का जमाव 5%-33% तक होता है। ग्रेड 2 फैटी लिवर में यह एक मध्यम फैटी लिवर की स्थिति है, जिसमें 34% से 66% तक वसा का संचय होता है। ग्रेड 3 फैटी लिवर में यह एक गंभीर फैटी लिवर है, जिसमें लिवर में 66% से अधिक फैट जमा हो गया है।

मैक्स हेल्थकेयर में इंटरनल मेडिसिन के निदेशक, डॉ. टिक्कू ने बताया कि फैटी लिवर को ग्रेड III से ग्रेड I तक पहुंचाने के लिए अपने डेली रूटीन में कुछ बदलाव करने बहुत ही असरदार साबित हो सकते हैं।

डॉ. टिक्कू ने बताया कि उनके पास एक मरीज आया, जिसका वजन 100 किलो से ज्यादा था और वह ग्रेड III फैटी लिवर से पीड़ित था। फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्ति ने तीन महीने में 20 किलो वजन कम किया और ग्रेड I पर पहुंच गया। उसने दिखाया कि आहार, व्यायाम और नींद के अनुशासन को बनाए रखने के निरंतर प्रयास से फैटी लिवर को उलटना संभव है।

फैटी लिवर के ट्रिगर क्या हैं?

मरीज की नौकरी में बैठे-बैठे ही काम करना पड़ता था और घर से ही काम करना पड़ता था। सोफे पर सोने की समस्या के अलावा उनके परिवार में मोटापे का इतिहास और बहुत खराब खानपान भी था। वह दिन में कम से कम तीन कोला, चॉकलेट और आइसक्रीम खाता था। वह रात को सो नहीं पाता था और ओटीटी पर शो देखता रहता था। वह कहता था कि यही उसका एकमात्र खाली समय है।

कैसे किया फैटी लिवर कम

मरीज ने अपने खाने में बदलाव करना शुरू किया, एक पोषण विशेषज्ञ से सलाह ली और भूमध्यसागरीय शैली के आहार पर शिफ्ट हो गया। उसने ज्यादातर स्टीम्ड और ग्रिल्ड खाना खाया, बाहर से खाना ऑर्डर करना या खाना बंद कर दिया और मीठे पेय पदार्थ, यहां तक कि चाय और कॉफी के प्री-मिक्स भी छोड़ दिए। उसने सभी तरह के प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स छोड़ दिए।

हालांकि, एक समय में रेडी-टू-ईट पाउच उसका पसंदीदा था। उसने अपने खाने में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा में भारी कटौती की, लीन प्रोटीन, फाइबर युक्त फल, सब्जियां बढ़ाईं, साबुत अनाज और स्वस्थ वसा को शामिल किया। स्नैकिंग में सिर्फ फाइबर शामिल था। उसने अपना आखिरी भोजन शाम 6 बजे तक कर लिया, चाहे कुछ भी हो जाए। उसने रात 10 बजे तक अपने फोन से खुद को डिस्कनेक्ट कर लिया और रात 10.30 बजे तक सो गया।

फैटी लिवर को कैसे करें रिवर्स

फैटी लिवर को रिवर्स करना संभव है, विशेष रूप से शुरुआती चरणों में। फैटी लिवर को रिवर्स करने के लिए लाइफस्टाइल के साथ-साथ खानपान में भी बदलाव करना जरूरी है। जैसे संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और शराब का सेवन छोड़ना आदि।

वर्ल्ड लिवर डे 2025 की थीम

विश्व लिवर दिवस हर साल 19 अप्रैल को मनाया जाता है। इस साल वर्ल्ड लिवर डे 2025 की थीम है,’फूड इज मेडिसिन’ यानी खाना ही दवा है। इस के जरिए लोगों को ये बताने की कोशिश की जा रही है कि खानपान अच्छा होगा तो दवा की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

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