डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। देश और दुनियां में शुगर के मरीजों की संख्या में तेजी से इज़ाफा हो रहा है। खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से पनपने वाली इस बीमारी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत दुनिया का ‘डायबिटीज कैपिटल’ बनता जा रहा है। भारत की 15.3% आबादी प्री-डायबिटीज हैं। द लैंसेट डाटबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक जिसे इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-इंडिया डायबिटीज (ICMR-INDIAB) ने किया है, यह बात सामने आई है कि भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है।
WHO के मुताबिक भारत में प्री-डायबिटीज मरीजों की संख्या ज्यादा है। लाखों की संख्या में ऐसे लोग मौजूद हैं जो प्री-डायबिटीज हैं लेकिन उन्हें पता ही नहीं है। प्री-डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमे ब्लड शुगर का स्तर ज्यादा होता है लेकिन उतना ज्यादा नहीं होता कि ब्लड शुगर की श्रेणी में आए।
ब्लड में शुगर का स्तर 70-100 mg/dl को समान्य ब्लड शुगर माना जाता है लेकिन जब ब्लड शुगर का स्तर 125 mg/dl तक पहुंच जाएं तो आप डायबिटीज की बॉर्डर लाइन पर खड़े है। आप जानते हैं कि प्री-डायबिटीज की स्थिति को आप शुगर की बीमारी बनने से रोक सकते हैं लेकिन शुगर का जड़ से कोई इलाज नहीं कर सकते। डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके, तनाव से दूर रहकर आप प्री-डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं।
डायबिटोलॉजिस्ट डॉक्टर अनिल गोंबर के मुताबिक फॉस्टिंग ब्लड शुगर का स्तर 125 mg/dl तक पहुंचने पर आप खुद को डायबिटीज का मरीज नहीं माने बल्कि इस स्थिति को कंट्रोल करने के लिए मेहनत करना शुरू कर दें। 110 और 125 mg/dl के बीच के ब्लड शुगर के स्तर को improper fasting hyperglycemia कहा जाता है। अगर आपका ब्लड शुगर तीन से चार दिनों तक इतना ही रहता है या इससे ज्यादा जाता है तो आप प्री डायबिटीज की स्थिति में आते हैं। इस स्तर पर आप कभी भी शुगर के लेवल में पहुंच सकते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आपका फॉस्टिंग ब्लड शुगर 125 mg/dl तक पहुंच रहा है तो आप तुरंत अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें। आइए जानते हैं कि शुगर की इस बॉर्डर लाइन स्थिति में कौन-कौन से लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव जरूरी है।
Blood Sugar का स्तर 125 mg/dl तक है या प्री-डायबिटीज है तो इस तरह करें डायबिटीज से बचाव
- प्री-डायबिटीज हैं या आपका फॉस्टिंग और खाने के बाद का शुगर कई दिनों तक हाई आ रहा है तो आप तुरंत अपना लाइफस्टाइल बदलें। बॉडी को एक्टिव रखें। रोजाना एक्सरसाइज और वॉक करें। निष्क्रिय जीवन शैली आपके ब्लड में शुगर के स्तर को बढ़ा सकती है।
- रोजाना समय पर सुबह का नाश्ता करें। याद रखें कि नाश्ता स्किप नहीं करें। दोपहर का खाना और रात का खाना समय पर खाएं। तीनों टाइम के खाने के साथ ही बीच में स्नैक्स का भी सेवन करें। स्नैक्स खाने से आपकी भूख कंट्रोल रहेगी और बॉडी को एनर्जी मिलेगी। याद रखें कि स्नैक्स में मीठी चीजें या तले हुए फूड्स का सेवन कम करें।
- फाइबर से भरपूर अनाज का करें सेवन। हाई फाइबर और कम वसा वाला अनाज जैसे लाल चावल, भूरे चावल, आटे से बनी ब्रेड,बिना तला हुआ नूडल्स, कम चीनी वाले फूड्स का सेवन आप सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक में करें।
- खाने में कम वसा वाले ऑयल का सेवन करें। कैनोला, मूंगफली और जैतून जैसे उच्च असंतृप्त फैटी एसिड वाले तेल में खाना पकाने से बॉडी हेल्दी रहेगी।
- खाने और व्यायाम की आदतों में पर्याप्त सुधार करके प्री-डायबिटीज की स्थिति से बचा जा सकता है।