Uric Acid Remedies: गाउट यानी गठिया प्रोएक्टिव अर्थराइटिस का एक प्रकार है जो जोड़ों को प्रभावित करता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक जब बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो ये बीमारी लोगों को अपनी चपेट में लेती है। उनके मुताबिक यूरिक एसिड हमारे शरीर में प्यूरीन वाले खाने के पाचन से बना प्राकृतिक वेस्ट प्रोडक्ट होता है।
वहीं, नॉर्मल शरीर में किडनी के जरिये यूरिक एसिड फ्लश आउट हो जाता है। लेकिन जब बॉडी में इसका स्तर बढ़ जाता है तो किडनी की फिल्टर करने की क्षमता घट जाती है और यूरिक एसिड बाहर नहीं निकल पाता है। इस वजह से गाउट के अलावा, अर्थराइटिस, हाई ब्लड प्रेशर और किडनी डैमेज जैसी बीमारियों का खतरा भी ज्यादा होता है। ऐसे में यूरिक एसिड के स्तर पर नियंत्रण बनाए रखना बेहद जरूरी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि छोटी इलायची का सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल करने में मदद मिलती है और गठिया के मरीजों को फायदा होता है। आइए जानते हैं इसे कैसे अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है और फायदे –
पोषक तत्वों का खजाना है इलायची: इलायची के बीजों में फाइटोकेमिकल्स जैसे- अल्फा-टेरपिनॉल, मायकेनिन, लाइमोनीन, और मेंथोफोन पाए जाते हैं। साथ ही, ये कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और मैग्निशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
यूरिक एसिड करता है कंट्रोल: कई औषधीय गुणों से भरपूर इलायची यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। साथ ही, गठिया के मरीजों के लिए भी इसका सेवन फायदेमंद होता है। इसके अलावा, इलायची में जो तत्व पाए जाते हैं वो यूरिक एसिड बढ़ने के कारण होने वाली परेशानियों जैसे कि जोड़ों के दर्द और सूजन को भी कम करने में मदद करता है।
क्या है इस्तेमाल करने का तरीका: 4-5 छोटी इलायची लेकर इसे पानी में मिला दें, करीब 8 घंटे बाद आप इसका सेवन करें। रोजाना इसके सेवन से जोड़ों और अंगूठों में दर्द की परेशानी से राहत मिलती है।
जानें दूसरे फायदे: इलायची का इस्तेमाल करने से वजन कम करने में मदद मिलेगी। बताया जाता है कि रोजाना 2 इलायची को अच्छी तरह चबाकर खाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। साथ ही, शरीर में स्ट्रेस लेवल कंट्रोल में रहता है। ऐसे में दिल के मरीजों के लिए भी इलायची का सेवन फायदेमंद है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-बायोटिक्स गुणों से भरपूर इलायची ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद करता है।