Ebola virus disease : भारत में अब इबोला वायरस का खतरा तेजी से फैल रहा है और अब लोगों को सचेत होने की जरूरत है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च(आईसीएमआर) और नेशनल सेंटर फॉर डीजिज कंट्रोल(एनसीडीसी) के शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि देश के सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य अनुसंधान निकायों ने 10 उभरते वायरल संक्रमणों की पहचान की है जो भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। इनमें इबोला, MERS-CoV, यलो फीवर और एवियन इन्फ्लुएंजा (H7N9) शामिल हैं।

आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा बढ़ने से इन बीमारियों के भारत पहुंचने की संभावना बढ़ गई है, इसलिए आपात स्थिति के लिए तैयार रहना महत्वपूर्ण है। डॉ. भार्गव ने कहा, “लगभग 30,000 भारतीय युगांडा में रहते हैं, जहां इबोला की सूचना दी गई है। हमारे कुछ सैनिक डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में भी मौजूद हैं, जहां वायरल इंफेक्शन के कारण प्रकोप की स्थिति पैदा हो गई है।”

Ebola virus disease, symptoms and Thread
Ebola virus disease, symptoms and Thread:

इबोला एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है जो फ्लूइड्स से फैलती है और आंतरिक और बाहरी ब्लिडिंग के साथ रक्तस्रावी बुखार का कारण बनती है। 70% मामलों में मृत्यु होती है। MERS-CoV या मीडल इस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस, जो पहली बार 2012 में सऊदी अरब में रिपोर्ट किया गया था और तब से अब तक 26 देशों में फैल गया है।

इस सिंड्रोम के कारण शरीर के बहुत से अंग फेल हो जाते हैं। इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रेसरेक (IJMR) में प्रकाशित और फिर से उभरती हुई वायरल बीमारियों और नए वायरस की समीक्षा के अनुसार, भारत में MERS का अब तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है।

“चमगादड़ इस वायरस के प्राकृतिक जलाशय माने जाते हैं, और कई रोगियों में ऊंटों के संपर्क में आने के बाद इस बीमारी का विकास हुआ है। भारत एक महान विविधता वाली चमगादड़ की प्रजाति का घर है और ऊंट की आबादी भी पर्याप्त है। देश मध्य पूर्व से भारी यात्री यातायात की भी रिपोर्ट करता है। IJMR लेख कहता है, ये तथ्य इस वायरस के खिलाफ तैयारियों और निगरानी की तरह है। रिपोर्ट के अनुसार, यह जोड़ता है कि H7N9 और H9N2 के छिटपुट मामले हैं जो एवियन इन्फ्लूएंजा (एआई) के उपप्रकार हैं।

(और Health News पढ़ें)