High Blood Pressure Diet: स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि उच्च रक्तचाप को काबू करने में आहार की भूमिका अहम होती है। बता दें कि जब ब्लड प्रेशर लेवल अनहेल्दी तरीके से बढ़ने लगता है तब लोगों को हाइपरटेंशन की समस्या होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जिस तरह डायबिटीज के लिए खराब और अस्वस्थ जीवन शैली जिम्मेदार होती है, ठीक वैसे ही हाइपरटेंशन भी इसी वजह से होती है। अपने खाने में जरूरत से ज्यादा नमक, चीनी और मसाला शामिल करने से रक्तचाप बढ़ने लगता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार बीपी के मरीजों को इन फूड्स से दूरी बनानी चाहिए –
मांसाहारी भोजन से करें परहेज: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मांसाहारी भोजन को प्रीजर्व करने के लिए लोग सोडियम यानी नमक का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में ये रक्तचाप के स्तर को बढ़ाने का काम करते हैं। बता दें कि डाइट में अधिक नमक को शामिल करने से आपको हृदय रोग या स्ट्रोक की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
कम करें कॉफी का सेवन: माना जाता है कि कॉफी का अत्यधिक सेवन करने से ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा होता है, इसमें कैफीन पाया जाता है जो अगर शरीर में ज्यादा चला जाए तो दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और दूसरी खतरनाक बीमारियों से घिरने की संभावना होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये पेय पदार्थ शरीर में तनाव की मात्रा को बढ़ाते हैं जो रक्तचाप बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होती है।
अचार: विशेषज्ञों का मानना है कि प्रीजर्वेटिव्स के रूप में नमक का इस्तेमाल बरसों से किया जा रहा है। ये खाने को सड़ने से तो बचाता ही है, साथ ही लंबे समय तक इस्तेमाल के लायक भी रखता है। अचार में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में लोगों को अचार के सेवन से भी बचना चाहिए।
टोमैटो सूप और सॉस: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार बगैर नमक के टमाटर के रस का अगर सेवन किया जाए तो ये फायदेमंद होता है। ये पोटैशियम का बेहतरीन स्रोत होता है जो ब्लड प्रेशर काबू करने में मदद करता है। लेकिन पैकेट बंद उत्पाद जैसे कि टोमैटो सॉस और टोमैटो सूप बीपी के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इन प्रोडक्ट्स में सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो मरीजों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
जंक फूड: जंक फूड, फास्ट फूड और पैकेज्ड फूड के सेवन से हाई बीपी के मरीजों को परहेज करना चाहिए। पिज्जा, नूडल्स और बर्गर में कैलोरीज और कार्ब्स की मात्रा अधिक होती है। साथ ही, फ्रेंच फ्राइज में फैट भी अधिक मात्रा में पाया जाता है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा सकता है।