दाल हमारी थाली का अहम हिस्सा है जिसे हम दिन भर के खाने में एक से दो बार खाते हैं। दाल को सुपाच्च भोजन कहा जाता है जो हमारी बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। हर दाल में थोड़े-थोड़े अलग पोषक तत्व होते हैं, लेकिन ज्यादातर दालों में कुछ सामान्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। सभी दालों में जो पोषक तत्व पाए जाते हैं उनमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम,मैग्नीशियम,पोटैशियम,फोलेट,विटामिन बी ग्रुप,जिंक और फास्फोरस मौजूद होता है जो हमारी बॉडी की पोषक तत्वों की डिमांड को पूरा करते हैं। कुछ दालें ऐसी हैं जिन्हें लोग ज्यादा खाना पसंद करते हैं, इन दालों में मूंग दाल,मसूर दाल,अरहर दाल,चना दाल और उड़द दाल शामिल है।
बॉडी के लिए हेल्दी इन दालों का सेवन ज्यादातर लोगों को फायदा पहुंचाता है लेकिन जिन लोगों को पाचन से जुड़ी परेशानियां होती हैं उनके लिए दाल का सेवन परेशानी का सबब बन जाता है। खराब पाचन वाले लोग दाल का सेवन करते हैं तो उन्हें पेट की गैस, एसिडिटी और अपच की परेशानी होने लगती है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नित्यानंदम श्री ने बताया दालों में कुछ दालें ऐसी है जो तेजी से पेट में गैस बनाती हैं। अरहर की दाल, मसूर की दाल और मटर का सेवन करने से पेट में गैस तेजी से बन सकती है, खासकर अगर पाचन कमजोर हो। दालों में फाइबर और कुछ खास तरह की शक्कर जैसे raffinose और stachyose होती हैं जिन्हें हमारा शरीर सीधे पचा नहीं पाता।
ये शक्कर बड़ी आंत में जाकर बैक्टीरिया द्वारा तोड़ी जाती हैं जिससे पेट में गैस बनती है। जिन लोगों को दाल खाते में गैस बनती है अगर वो दाल में कुछ तीखी चीजों को मिक्स करके खाएं तो वो इस परेशानी से निजात पा सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते है कि अरहर,मसूर और मटर में किन चीजों को मिक्स करके खाएं कि पेट में गैस कम बनें।
दाल के साथ करी पत्ता (curry leaves) का करें सेवन
अगर आपको दाल खाने से पेट में गैस बनती हैं तो आप दाल के साथ करी पत्ता मिक्स करके पकाएं। दाल में करी पत्ता डालकर पकाने से सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ता, बल्कि ये पाचन के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। करी पत्ता का सेवन करने से पेट की गैस कंट्रोल होती है और खाना भी आसानी से पचता है। फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर करी पत्ता पाचन क्रिया को एक्टिव करता है और भोजन को जल्दी पचाने में मदद करता है। करी पत्ता पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है जिससे गैस, बदहजमी और पेट फूलने जैसी समस्या से निजात मिलती है।
दाल के साथ दालचीनी (Cinnamon) का करें सेवन
दालचीनी सिर्फ एक खुशबूदार मसाला नहीं है बल्कि यह पाचन के लिए भी बहुत फायदेमंद है। दाल में दालचीनी डालकर खाने से पाचन एंजाइम की गतिविधि तेज होती है जिससे खाना जल्दी और तेजी से पचता है। इसमें कार्मिनेटिव गुण होते हैं जो गैस बनने से रोकते हैं और पेट फूलने की समस्या को कम करते हैं। खाने में दालचीनी का सेवन करने से ये यह पेट में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को मारती है, जिससे पेट की गड़बड़ी और संक्रमण से बचाव होता है।
काली मिर्च का करें सेवन
जिन लोगों को दाल नहीं पचती वो दाल में काली मिर्च का पाउडर मिलाकर पकाएं। आयुर्वेद के मुताबिक काली मिर्च पेट की अग्नि को बढ़ाती है, जिससे भोजन जल्दी और अच्छी तरह से पचता है। इसका सेवन करने से पेट में टॉक्सिन नहीं बनते। काली मिर्च में एक सक्रिय तत्व मौजूद होता है जिसे पाइपरिन (Piperine) कहते हैं। यह पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है जिससे खाना जल्दी और अच्छे से पचता है। दाल में अगर काली मिर्च का पाउडर मिलाकर खाएंगे तो पेट की गैस और एसिडिटी से निजात मिलेगी।
दाल में अदरक का करें सेवन
अदरक औषधीय गुणों से भरपूर मसाला है जिसका सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों में अदरक को एक बेहतरीन पाचन सुधारक माना जाता है। दाल में अदरक या सौंठ डालकर पकाने से न सिर्फ दाल का स्वाद बढ़ता है बल्कि पाचन में भी सुधार होता है। अदरक पेट में डाइजेस्टिव एंजाइम की सक्रियता बढ़ाती है, जिससे खाना जल्दी और बेहतर पचता है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो आंतों की सूजन को कंट्रोल करते हैं और आंतों में जमा टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं।
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