हर मां-बाप का सपना होता है कि उनका बच्चा पढ़ लिखकर एक अच्छा सफल इंसान बने, जिसके लिए वह बच्चे को पढ़ाई के प्रति जागरूक के साथ-साथ ऊंची उड़ान भरने के लिए सपने भी दिखाते हैं। बच्चे भी मन लगाकर अपने को सपनों को पूरा करने के पीछे लग जाते हैं और दिन रात मेहनत के साथ पढ़ाई करते हैं, लेकिन बहुत से बच्चों का साथ सेहत नहीं दे पाती, क्योंकि खानपान का ध्यान नहीं रखने के चलते शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है और पढ़ाई पर सही से फोकस नहीं हो पाता। ऐसा ही हाल विदेश में पढ़ाई कर रहे बहुत से बच्चों के साथ भी होता है, क्योंकि वह पढ़ाई के साथ-साथ अपने खानपान का सही से ध्यान नहीं रख पाते और बीमार पड़ जाते हैं। आएरा कंसल्टेंट्स की सीईओ, ऋतिका गुप्ता ने बताया कि देर तक पढ़ाई करने वाले बच्चों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और अपनी डाइट कैसी रखनी चाहिए।

ऋतिका गुप्ता ने बताया कि विदेश या देश में पढ़ाई कर रहे बहुत से छात्र अपनी पढ़ाई की जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए अक्सर रात में देर तक जागते हैं। देर रात की पढ़ाई में ध्यान केंद्रित रखने के लिए शरीर को एनर्जी की आवश्यकता होती है, लेकिन पढ़ाई करने से पहले गलत खानपान हो जाए, तो इसका असर न केवल सेहत पर पड़ता है, बल्कि नींद, वजन और एनर्जी पर भी पढ़ता है।

रात में पढ़ाई के दौरान हल्के और संतुलित स्नैक्स का सेवन न केवल पढ़ाई में ध्यान बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि सेहत को भी अच्छा बनाए रखने में मदद करता है। ऐसे में रात में पढ़ाई करने से पहले हैवी खाना नहीं खाना चाहिए, क्योंकि भारी खाना पाचन को प्रभावित कर सकता है। देर रात की पढ़ाई करने के लिए पेट के साथ-साथ दिमाग का हेल्दी होना भी बहुत आवश्यक है।

देर रात में भारी खाना क्यों नहीं खाना चाहिए?

रात को शरीर की पाचन शक्ति दिन की तुलना में धीमी हो जाती है। अगर इस समय तला-भुना या अधिक मसालेदार खाना खाया जाए, तो यह गैस, एसिडिटी, नींद में बाधा और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए देर रात हल्का और पोषक तत्वों से भरपूर स्नैक लेना ही बेहतर होता है।

इन हेल्दी फूड्स को खाना करें शुरू

  • मूंग दाल चिल्ला या ओट्स चिल्ला- कम तेल में बना चिल्ला प्रोटीन से भरपूर होता है और देर रात भूख मिटाने का एक अच्छा विकल्प है। इसे हरी चटनी या लो-फैट दही के साथ लिया जा सकता है।
  • मिक्स नट्स और बीज-  बादाम, अखरोट, काजू, चिया सीड्स, सूरजमुखी के बीज जैसे ड्राई फ्रूट्स और सीड्स में हेल्दी फैट्स, फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो दिमाग को एक्टिव बनाए रखने में मदद करते हैं, लेकिन इन्हें एक सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
  • फल और दही का कॉम्बिनेशन-कटे हुए फलों के साथ एक कटोरी लो-फैट दही या ग्रीक योगर्ट एक परफेक्ट मिडनाइट स्नैक हो सकता है। यह पेट को भी शांत रखता है और नींद को भी बाधित नहीं करता।
  • पोहे या उपमा- कम तेल में बना पोहा या उपमा हल्का होने के साथ-साथ भरपूर एनर्जी भी देता है। इसमें हरी सब्जियां मिलाकर इसे और भी पौष्टिक बनाया जा सकता है।
  • भुना चना और मखाने- भुना हुआ चना और रोस्टेड मखाने हल्के, क्रंची और लो-कैलोरी स्नैक्स हैं। इन्हें थोड़े मसाले के साथ भी खाया जा सकता है।
  • पीनट बटर ब्रेड या मल्टीग्रेन टोस्ट-  1-2 स्लाइस मल्टीग्रेन ब्रेड पर पीनट बटर लगाकर खाया जाए तो यह प्रोटीन और हेल्दी फैट का अच्छा स्रोत बन जाता है।

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