चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने में दांत बेहद अहम हैं। सफेद, खूबसूरत और कसावदार दांत हर इंसान की चाहत होते हैं। कुछ लोग गुटखा, तंबाकू,चाय और कॉफी का सेवन ज्यादा करते हैं जिससे उनके दांतों का रंग पीला होने लगता है। पीले दांत न सिर्फ देखने में भद्दे लगते हैं बल्कि आपकी ओरल हेल्थ भी प्रभावित होती है । दाग हटाने और दांत सफेद करने के लिए लोग कई तरह के केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं जिनका कई बार साइड इफेक्ट भी देखने को मिलता है।
आप भी अपने दांतों का पीलापन दूर करना चाहते हैं और दांतों को सफेद करना चाहते हैं तो आप अपने रेफ्रिजरेटर में मौजूद कुछ फ्रूट्स का सेवन करें। कुछ फ्रूट्स ऐसे हैं जो आपके दांतों पर ब्लीचिंग एजेंट का काम करते हैं। तरबूज,अनानास, पपीता और स्ट्रॉबेरी जैसे फलों का सेवन करके आप अपने दांतों को मोतियों की तरह सफेद और हेल्दी बना सकते हैं। ये फल दांतों पर ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम करते है।
इनका सेवन करने से दांतों की सतह के दागों को हल्का करने में मदद मिलती है। अब सवाल ये उठता है कि इस दावे में सच्चाई कितनी है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि क्या सचमुच कुछ फलों को खाने से दांतों का पीलापन दूर होता है और ओरल हेल्थ दुरुस्त रहती है।
फलों का सेवन कैसे दांतों का पीलापन दूर करता है?
पीतमपुरा स्थित क्राउन हब डेंटल क्लिनिक की प्रोस्थोडॉन्टिस्ट डॉ. नियति अरोड़ा ने बताया कि कुछ फलों का सेवन करके और ओरल हेल्थ का ध्यान रखकर आप अपने दांतों को मोतियों की तरह सफेद बना सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक दांतों को सफेद रखना चाहते हैं तो आप कॉफी और रेड वाइन जैसे दाग पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें।
अनानास कैसे दांतों को करता है सफेद
अनानास दांतों को सफेद करने की ताकत रखता है। इसमें पपैन और ब्रोमेलैन नामक एंजाइम दांतों को सफेद रंग देते हैं। ये एंजाइम दांतों की सतह पर प्रोटीन के दाग को हल्का करते हैं जिससे दांतों का रंग साफ और चमकदार दिखता है।
तरबूज, पपीता और स्ट्रॉबेरी कैसे दांतों को करते हैं सफेद
रेफ्रिजरेटर में मौजूद फल तरबूज, पपीता और स्ट्रॉबेरी ऐसे फल हैं जो सेहत का खजाना है। इन फलों का सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट रहती है और ओरल हेल्थ भी दुरुस्त रहती है। इन फलों में मैलिक एसिड मौजूद होता है जो एक सौम्य ब्लीचिंग एजेंट है। ये नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट दांतों की सतह के दागों को हल्का करने में मदद कर सकता है। ये फल लार उत्पादन को भी उत्तेजित करते हैं, जो खाना खाने के बाद दांतों में छुपे खाने के टुकड़ों और बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
अगर आप दांतों को सफेद करने के लिए नेचुरल प्रोडक्ट की तरफ आकर्षित होते हैं तो कुछ बातों का ध्यान खासतौर पर रखें। डॉ. करिश्मा एस्थेटिक्स में कॉस्मेटिक डेंटिस्ट डॉ. निशा ठक्कर ने बताया कि अगर आप दांतों को सफेद करने के लिए बेकिंग सोडा, चारकोल या नींबू के रस जैसे घरेलू उपचारों पर भरोसा करते हैं तो थोड़ा सावधान होकर करें। एक्सपर्ट के मुताबिक ये घरेलू उपचार घर्षणकारी हो सकते हैं। अगर सही तरीके से इसका उपयोग न किया जाए तो दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए घरेलू नुस्खों का सेवन सोच समझकर करें।