यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल का नतीजा है। लम्बे समय तक काम में लगे रहना और पानी का सेवन कम करना यूटीआई का कारण बन सकता है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ये परेशानी ज्यादा होती है। यूरिन में इंफेक्शन होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। डॉक्टर यूरिन इंफेक्शन की जांच यूरिन कल्चर टेस्ट कराके कंफर्म करते हैं। यूरिन कल्चर टेस्ट यूरिन का सेंपल लेकर किया जाता है। इस परेशानी का उपचार एंटीबायोटिक का कम्पलीट सेवन करके ही किया जाता है।

सहयाद्री हॉस्पिटल के कंसल्टेंट यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. योगेश काजे के मुताबिक यूरिन इन्फेक्शन के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में जानकारी रखना बेहद जरूरी है। एक्सपर्ट के मुताबिक यूरिन में कुछ भी परेशानी हो जाए तो सबसे पहले पानी का सेवन बढ़ा दीजिए। वजाइना की सफाई का ध्यान रखें। सफाई से मतलब है कि आप साफ अंडर गार्मेंट पहने, वजाइना को सूखा रखें, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करें। महिलाओं और पुरुषों में अगर प्राइवेट पार्ट में कोई परेशानी हो रही है तो तुरंत यूरोलॉजिस्ट को दिखाएं और डाइट का ध्यान रखें।

यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन से बचाव करना है तो सबसे पहले उसके लक्षणों की पहचान करें। यूरिन में दिखने वाले कुछ लक्षणों को तुरंत अगर पहचान लिया जाए तो परेशानी को बढ़ने से रोका जा सकता है। आइए जानते हैं कि यूरिन में इंफेक्शन होने पर बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।

यूरिन में जलन होना

पेशाब में जलन का प्रमुख कारण मूत्र मार्ग में होने वाल संक्रमण है जिसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन कहते हैं। इस संक्रमण की वजह से ही पेशाब में जलन की परेशानी होती है। पेशाब में जलन की वजह से ऐसा महसूस होता है कि यूरिन पूरी तरह डिस्चार्ज नहीं हो रहा और बार-बार यूरिन करने की इच्छा होती है।

UTI की वजह से पेट में दर्द होना

UTI की वजह से ब्लैडर इंफेक्शन हो जाता है जिसकी वजह से पेशाब करने में जलन होती है और पेशाब बार-बार आता है। यूरिन की वजह से पेट के निचले हिस्से में दर्द रहता है। ये दर्द पेशाब करने पर ज्यादा परेशान करता है। पेशाब में होने वाली इस परेशानी की वजह से बुखार और कमजोरी महसूस होती है।

UTI की वजह से यूरिन के साथ झाग आना

यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की वजह से पेशाब में झाग आने की समस्या हो सकती है। पेशाब में झाग आने के कई कारण हो सकते हैं। यूटीआई के लक्षणों की जांच करने के लिए डॉक्टर यूरिन की जांच कराते हैं। यूरिन में प्रोटीन के स्तर की जांच करने के लिए यूरिन टेस्ट किया जाता है। टेस्ट के जरिए पता लगाया जाता है कि किडनी ब्लड को फिल्टर कर रही है या नहीं।

यूरिक के रंग और गंध में बदलाव

पेशाब के रंग में किसी भी तरह का बदलाव आने लगे तो समझ जाए यूरिन में कोई परेशानी हो रही है। यूरिन का रंग लाल,पीला,काला और भूरा पेशाब आना यूरिन इंफेक्श के संकेत हैं। पेशाब के रंग के साथ ही पेशाब की गंध में भी बदलाव होना यूरिन इंफेक्शन के लक्षण हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक यूरिनरी ट्रैक्ट संक्रमण से पेशाब में बदबू हो सकती है।