High Uric Acid and Kidney Stone: प्यूरीन युक्त फूड्स को पचाने से शरीर में यूरिक एसिड नामक प्राकृतिक वेस्ट प्रोडक्ट निकलता है। इसे किडनी पेशाब के मार्ग शरीर से बाहर का रास्ता दिखा देता है। मगर ब्लड में जब यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो किडनी इस एसिड को फिल्टर करने में असमर्थ हो जाता है। शरीर में ज्यादा मात्रा में यूरिक एसिड होने की स्थिति को हाइपरयूरिसेमिया कहते हैं। इस स्थिति में लोग किडनी में स्टोन की परेशानी से भी जूझ सकते हैं।

बता दें कि ये केमिकल किडनी की क्षमता को प्रभावित करता है जिससे वो टॉक्सिक पदार्थों को फिल्टर नहीं कर पाता है और किडनी में गंदगी जमने लगती है जो भविष्य में पथरी की समस्या खड़ी कर सकती है।

क्या है किडनी में स्टोन की परेशानी: जब यूरिन में कैल्शियम ऑक्सलेट, यूरिक एसिड, फॉस्फेट, क्रिस्टीन जैसे मिनरल्स और सॉल्ट्स की अधिकता हो जाती है तो किडनी के अंदरुनी हिस्से में क्रिस्टल्स फॉर्म होने लगते हैं। इन्हें ही किडनी स्टोन कहा जाता है जिसका आकार करीब रेत के कण जितना छोटा और गोल्फ बॉल जितना बड़ा हो सकता है।

लक्षण और बचाव: किडनी में पथरी होने पर मरीजों को अक्सर बार-बार पेशाब जाने की इच्छा होती है। यूरिन में बदबू, गहरा रंग, जलन और दर्द भी गुर्दे में स्टोन का लक्षण है। इसके अलावा, पथरी होने पर मरीजों के पसलियों और पेट में भी दर्द होता है। किडनी में पथरी का एक बहुत बड़ा कारण खानपान में लापरवाही को भी माना जाता है। नमक व दूसरे मिनरल्स जब एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं तो पथरी बनने लगती है। ऐसे में लोगों को अपनी डाइट में उन फूड्स को शामिल करने से बचना चाहिए जो यूरिक एसिड का स्तर शरीर में बढ़ाते हैं।

इन फूड्स से करें परहेज: ज्यादा प्रोटीन के सेवन से लोगों को बचना चाहिए, ऐसे में दाल, फलियां और दूध के इस्तेमाल से परहेज करें। यूरिक एसिड लेवल जिन लोगों के बॉडी में हाई रहता है उन्हें काला चना, राजमा, छोले, मटर खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा, ब्रोकली, मशरूम, रेड मीट, मीठे फल, पेस्ट्री, बर्गर के सेवन से परहेज करना चाहिए।