ऐसा माना जाता है कि तांबे के बर्तन में पानी पीने सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यहां तक कि तांबे के बर्तन में रात भर रखे पानी को पीने की सलाह ही दी जाती है, तांबे के बर्तन में पानी रखने और पीने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, पाचन बेहतर होता है और त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। इसी तरह मटके में चांदी का सिक्का डालकर पानी पीने से बॉडी के अंग-अंग को फायदा मिलता है। फिटनेस कोच तेजल पारेख ने दावा किया कि पानी के बर्तन में एक चांदी का सिक्का डालकर पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
पारेख ने इंस्टाग्राम ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करके बताया कि मैं 10 साल से अपने पानी के बर्तन में चांदी का सिक्का रख रहा हूं और यह मेरे परिवार के स्वास्थ्य, विशेष रूप से मेरे बच्चे की प्रतिरक्षा के लिए एक बड़ा बदलाव रहा है। चांदी में प्राकृतिक रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो पानी को ताजा और हानिकारक बैक्टीरिया से मुक्त रखते हैं। यह बच्चों के लिए विशेष रूप से बहुत अच्छा है, उनकी प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और सुनिश्चित करता है कि वे रोजाना शुद्ध, साफ पानी पिएं। यह आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, पाचन तंत्र को शांत करता है, त्वचा के लिए फायदेमंद है।
चांदी का सिक्का डालकर पीने के फायदे
- आयुर्वेद के अनुसार, यह पानी वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करता हैं। जिनका असंतुलन शरीर समस्याओं का कारण बनता है।
- पेट की सभी समस्याओं में लाभकारी है। यह पेट दर्द, गैस, एसिडिटी, कब्ज आदि की समस्या से तुरंत राहत दिलाने के लिए असरदार है। इसके साथ ही ये आंतों की गंदगी को भी साफ करने में सहायक है।
- इस पानी को पीने से दिमाग शांत रहता है और तनाव से राहत मिलती है। इस पानी को पीने से याददाश्त मजबूत होती है और दिमाग भी तेज होता है।
- यह लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है। यह पानी खून की शुद्धि और वृद्धि करता है। यह शरीर में ठंडक बनाए रखता है और शरीर में सेल्स का निर्माण करता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मुंबई के जिनोवा शाल्बी अस्पताल की आहार विशेषज्ञ जिनल पटेल ने बताया कि चांदी मिला पानी पीने के फायदे वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं हैं और इससे स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। चांदी मिला पानी पीने से हानिकारक दुष्प्रभाव हो सकते हैं। चांदी के यौगिकों के सेवन से आर्गिरिया हो सकता है, जिससे त्वचा का रंग नीला-भूरा हो जाता है और यह हमेशा के लिए ठीक नहीं हो पाता। चांदी के नैनोकण लिवर जैसे अंगों में जमा हो सकते हैं, जिससे समय के साथ नुकसान हो सकता है। चांदी का सेवन तंत्रिका संबंधी क्षति से भी जुड़ा है।
इसके अलावा चांदी मिला पानी का सेवन कुछ एंटीबायोटिक दवाओं और दवाओं के अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकता है। चांदी से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जलन, दस्त और पेट दर्द हो सकता है। उन्होंने बताया कि अपने पीने के पानी में चांदी का उपयोग करने से बचें। इसके बजाय, स्वस्थ और तंदुरुस्त रहने के लिए साफ और फिल्टर किया हुआ पानी पिएं।