जब भी हम कुछ वर्कआउट करते हैं या फिर धूप में निकलते हैं तो पसीना आना स्वभाविक होता है। गर्मी में पसीना आना कोई नई बात नहीं है। पसीना आना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। बॉडी में मौजूद टॉक्सिन पसीने के रूप में बाहर निकलते हैं। पसीना आने से स्किन के रोम छिद्र खुल जाते हैं। जिससे शरीर की गंदगी और कीटाणु बाहर निकल जाते हैं। पसीना आना सेहत के साथ ही स्किन के लिए भी फायदेमंद है।

लेकिन अगर किसी इंसान को अचानक से कभी भी पसीना आने लगे तो ये चिंता का विषय है। अचानक पसीना आने से मतलब है कि बिना वर्कआउट किए, सर्द मौसम में भी पसीना आ रहा है तो ये दिल सहित कई बीमारियों का संकेत हो सकता है। चार बीमारियों की वजह से अचानक पसीना आ सकता है। आइए जानते हैं कि अचानक से पसीना आना किन बीमारियों के संकेत हैं।

हाइपरहाइड्रोसिस की वजह से आ सकता है पसीना:

हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) एक ऐसी परेशानी है जिसकी वजह से किसी भी इंसान को पसीना आ सकता है। इस परेशानी की वजह से बॉडी के तापमान को नियामित करने के लिए ज्यादा पसीना निकलता है। हालाकि इस स्थिति में ज्यादा पसीना आने से सेहत को कोई खतरा नहीं होता। क्लीवलैंड क्लिनिक डॉट ओआरजी के मुताबिक जरूरत से ज्यादा पसीना आने पर डॉक्टर से तुरंत जांच कराएं।

हार्ट अटैक का हो सकता है खतरा:

ज्यादा पसीना आने से हार्ट अटैक का खतरा अधिक हो सकता है। अचानक से अगर पसीना आने लगे तो आप उसे नजरअंदाज नहीं करें। अगर समय पर ध्यान नहीं दिया जाए तो जान को खतरा हो सकता है। अगर आपको भी पसीना ज्यादा और लगातार आता है तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

डिमेंशिया की वजह से आ सकता है पसीना:

डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है जो उम्रदराज लोगों को होती है। ये एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें मरीज की याददाश्त प्रभावित होती है। जिन लोगों को पसीना ज्यादा आता है उनको इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है। कुछ मरीजों को डिमेंशिया का खतरा पांच गुना ज्यादा होता है।

तनाव भी पसीना आने का हो सकता है कारण:

तनाव की वजह से भी पसीना आ सकता है। चिंता, डर और तनाव आदि में भी त्वचा से पसीना निकलता है।