Dogs Respiratory Illness: कहते हैं कि सगे-संबंधी और दोस्त आपको धोखा दे सकते हैं, लेकिन पालतू कुत्ता आपसे कभी गद्दारी नहीं करता है। ऐसे में इंसानों के इस सच्चे दोस्त की सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है। वहीं, अगर आपके घर में भी पालतू कुत्ता है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। आपको बता दें कि हाल के महीनों में एक रहस्यमयी बीमारी तेजी से डॉग्स को अपना शिकार बना रही है। ये बीमारी उनके रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित कर रही है। इसी कड़ी में यहां हम आपको इस अज्ञात बीमारी से जुड़े लक्षणों के बारे में बता रहे हैं। अगर आपको भी अपने पेट डॉग्स में ये लक्षण नजर आ रहे हैं, तो जरूरी है कि आप समय रहते उनकी जांच करा लें।

कैसे फैल रही बीमारी?

बता दें कि फिलहाल ये बीमारी अमेरिका के विभिन्न राज्यों में देखने को मिली है, हालांकि चिंता की बात यह है कि इसके मामले लगातार बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। बीमारी की शुरुआत में कुत्तों को लगातार खांसी होती है और फिर धीरे-धीरे ये गंभीर होती चली जाती है। फिलहाल इसके बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ सकी है। ऐसे में बीमार कुत्तों में नजर आ रहे लक्षणों को देखते हुए पशु चिकित्सकों और पालतू जानवरों के मालिकों के सचेत किया जा रहा है।

क्या हैं लक्षण?

  • जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, बीमारी की चपेट में आने पर सबसे पहले कुत्ते को लगातार खांसी होती है और समय के साथ ये अधिक गंभीर होती चली जाती है।
  • इसके बाद कुत्तों के मुंह से हांफते समय ‘हॉर्न’ की आवाज निकलती है।
  • इसके अलावा बीमार कुत्तों में लगातार उल्टी, मुंह, नाक और आंख से अधिक पानी निकलना, सूजे हुए टॉन्सिल, हर समय सुस्ती, भूख न लगना, घबराहट और बुखार जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

बरतें ये सावधानियां

  • पशु चिकित्सकों के मुताबिक, बड़ी संख्या में कु्त्तों को अपना शिकार बना रही इस बीमारी के सटीक कारण और इलाज के बारे में अभी सही जानकारी नहीं मिल पाई है। न ही डॉग्स इसकी चपेट में आने पर नियमित एंटीबायोटिक दवाओं पर प्रतिक्रिया कर रहे हैं, जिसकी चलते इसका इलाज कर पाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में अगर आपको अपने डॉग्स में इस तरह के लक्षण दिखाई दें, तो समय रहते उनकी जांच जरूर करा लें। खासकर खांसी या बार-बार छींक आने पर इसे निमोनिया समझने की गलती भी न करें।
  • ये बीमारी एक कुत्ते से दूसरे में फैल सकती है, ऐसे में कुत्तों को अधिक भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचें।
  • इन सब के अलग अपने पालतू जानवरों का रेस्पिरेटरी डिजीज के खिलाफ टीकाकरण भी जरूर कराएं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।