एमआरआई (MRI) और सीटी (CT) स्कैन दोनों ही चिकित्सा इमेजिंग तकनीकें हैं, लेकिन वे अलग-अलग तरीकों से काम करती हैं और अलग-अलग स्थितियों के लिए उपयुक्त हैं। सी टी स्कैन और एम आर आई स्कैन दोनों ही एक आधुनिक डायग्नोस्टिक इमेजिंग तकनीक हैं। इन दोनों में सबसे स्पष्ट अंतर इनके चालन में इस्तेमाल होने वाली एनर्जी के स्तोत्र में है। एमआरआई साउंड वेव्स और मैग्नेट्स की मदद से शरीर के अंदर की तस्वीरें बनाता है और सीटी स्कैन रेडिएशन का इस्तेमाल करके शरीर के अंदर की तस्वीरें बनाता है। यूनानी चिकित्सा विशेषज्ञ, डॉ. सलीम जैदी ने बताया कि एमआरआई और सीटी स्कैन में क्या अंतर होता है और इसकी कब जरूरत पड़ती है।

एमआरआई स्कैन का इस्तेमाल?

  • स्तन का कैंसर या ट्यूमर
  • शरीर के ट्यूमर
  • लिगामेंट, जोड़ या हड्डियों की समस्याओं का पता लगाने के लिए
  • रक्त वाहिकाओं से जुडी बीमारियों का पता लगाने के लिए
  • ब्रेन/मस्तिष्क की समस्याओं का पता लगाने के लिए
  • इंटेस्टाइन की समस्याएं पता लगाने के लिए
  • लिवर की बीमारियां पता लगाने के लिए

सीटी स्कैन का इस्तेमाल

  • पेट की समस्याएं जैसे की लिवर या किडनी में कैंसर की जांच
  • रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज
  • पेशाब करते समय खून आनाफे
  • फड़ों की समस्याएं
  • टी बी
  • निमोनिया
  • रीढ़ की हड्डी में चोट, हड्डियों में फ्रैक्चर / हड्डी टूटना, ऑस्टियोपोरोसिस

एमआरआई क्या होता है?

एमआरआई यानी मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग होता है। यह एक इमेजिंग तकनीक है, जिसकी मदद से शरीर के अंगों की तस्वीरें ली जाती हैं। इन तस्वीरों के इस्तेमाल से शरीर में हो रही बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। एमआरआई स्कैन रेडिएशन्स का इस्तेमाल नहीं करता, बल्कि मैग्नेट्स और रेडियो वेव्स का इस्तेमाल करके स्कैन करके तस्वीरें बनाता है। यह तकनीक सॉफ्ट टिशू को बेहतर दर्शाता है। इसे दिमाग, रीढ़ और अंगों की जांच के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा जोड़ों, कलाई, टखने, छाती, हार्ट, रक्त वाहिकाओं की जांच के लिए भी इस्तेमाल में लाया जाता है।

सी टी स्कैन क्या होता है?

सीटी स्कैन यानी कंप्यूटिड टोमोग्राफी है। सीटी स्कैन रेडिएशन यानी एक्स रे का इस्तेमाल करके शरीर के अंदर की इमेज बनाता है। यह इमेज डॉक्टर को शरीर की अंदर की जांच करने मे मदद करती है। इन इमेज की मदद से शरीर में हो रही बीमारियां जैसे की कैंसर, फ्रैक्चर, इन्फेक्शन आदि की जानकारी मिलती है। जिसकी मदद से इलाज सही तरीके से करने में आसानी होती है। सीटी स्कैन नार्मल एक्स रे से आधी साफ इमेज बनाता है।

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