Diabetic Neuropathy Symptoms: डायबिटिक न्यूरोपैथी मधुमेह (डायबिटीज) की एक गंभीर जटिलता है, जो लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर रहने से नसों को नुकसान पहुंचाती है। यह ज्यादातर पैरों और हाथों को प्रभावित करती है, जिससे दर्द, झुनझुनी, सुन्नपन और कमजोरी हो सकती है। अगर इसे समय पर पहचाना जाए और सही उपाय किए जाएं, तो नसों को ज्यादा नुकसान होने से बचाया जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाई जा सकती है। आइए जानते हैं मारेंगो एशिया अस्पताल, फ़रीदाबाद के न्यूरोलॉजी डायरेक्टर
डॉ कुणाल बहरानी से कैसे पहचानें शुरुआती लक्षण और कैसे करें बचाव…
डायबिटिक न्यूरोपैथी के शुरुआती लक्षण जिन्हें नज़रअंदाज न करें
डायबिटिक न्यूरोपैथी के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और प्रभावित नसों के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। आम शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं:
झुनझुनी या जलन महसूस होना
पैरों और हाथों में लगातार झुनझुनी, जलन या बिजली के झटके जैसा दर्द महसूस होना।
सुन्नपन और संवेदनशीलता की कमी
गर्मी, ठंडक, दर्द या दबाव का अहसास कम होना, जिससे चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।
मांसपेशियों में कमजोरी
चलने में दिक्कत, संतुलन बिगड़ना या मांसपेशियों में ऐंठन आना।
तेज या चुभने वाला दर्द
अचानक तेज दर्द होना, जो रात में ज्यादा बढ़ सकता है।
पाचन और अन्य शारीरिक समस्याएं
अगर यह समस्या ऑटोनोमिक नसों को प्रभावित करती है, तो चक्कर आना, पाचन संबंधी दिक्कतें और मूत्राशय की समस्या हो सकती है।
डायबिटिक न्यूरोपैथी से कैसे करें बचाव
डॉ कुणाल बहरानी के अनुसार, हालांकि नसों को हुए नुकसान को पूरी तरह से ठीक करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ सावधानियां बरतकर इसे बढ़ने से रोका जा सकता है:
ब्लड शुगर नियंत्रण – रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) को सामान्य स्तर पर बनाए रखना सबसे प्रभावी तरीका है।
स्वस्थ जीवनशैली – संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और धूम्रपान व शराब से बचाव नसों को सुरक्षित रखने में मदद करता है।
पैरों की देखभाल – पैरों की रोजाना जांच करें ताकि किसी भी कट, घाव या संक्रमण को समय रहते पहचाना जा सके।
दवा और थेरेपी – दर्द को कम करने वाली दवाएं, नसों की सुरक्षा करने वाली दवाएं और फिजियोथेरेपी लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं।
डायबिटिक न्यूरोपैथी से बचने के लिए समय पर पहचान और सही जीवनशैली अपनाना बेहद जरूरी है। नियमित रूप से डॉक्टर से जांच कराते रहें ताकि किसी भी समस्या का जल्दी इलाज किया जा सके और दीर्घकालिक स्वास्थ्य बेहतर बना रहे।
इसके अलावा खाने के बाद इन 2 चीजों को तुरंत चबा लीजिए, पाचन तंत्र करने लगेगा तेजी से काम, सुबह उठते ही पेट की हो जाएगी सफाई।