मधुमेह यानी डायबिटीज फिलहाल एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी को जड़ से भी खत्म नहीं किया जा सकता है। यानी अगर किसी व्यक्ति को शुगर की बीमारी हो गई है, तो उसे जीवनभर इसे झेलना पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, ब्लड शुगर की समस्या जेनेटिक होने के अलावा गलत खानपान और खराब लाइफस्टाइल के कारण भी हो सकती है। टाइप 2 डायबिटीज के पीछे गलत खानपान और खराब जीवनशैली को ही अहम कारण भी माना गया है। अनहेल्दी खाना खाने और शारिरिक गतिविधियों में ढीलेपन के चलते पैंक्रियाज से निकलने वाले हार्मोन इंसुलिन की मात्रा को कम करने लगता है। इससे शुगर का पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता है और शुगर ब्लड में जमा होना शुरू हो जाती है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं।
ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स जीवनशैली में हेल्दी बदलावों के साथ-साथ खानपान में कुछ खास चीजों को शामिल कर ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा सामान्य करने की सलाह देते हैं। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको एक ऐसी खास पत्तियों के बारे में बता रहे हैं, जिसके अर्क का सेवन करने से डायबिटीज पर काफी हद तक कंट्रोल पाया जा सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं ये खास पत्तियां और कैसे शुगर के मरीजों के लिए हैं असरदार-
जामुन के पत्ते
जामुन के पत्ते शुगर के मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकते हैं। इस फल के पत्तों में एंटीहाइपरग्लाइसेमिक, एंटीहाइपरलिपिडेमिक और एंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार हैं। इसके लिए आप सुबह खाली पेट साफ जामुन के पत्तों को अच्छे से चबाकर उसके अर्क का सेवन करें और बाद में पत्तों को थूक दें। ऐसा करने पर कुछ ही दिनों में आपको इसके लाभ मिलने शुरू हो जाएंगे।
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पौधा लगभग हर भारतीय के घर में मौजूद होता है। आप इस पौधे के पत्तों को चबाकर भी बढ़ते बल्ड शुगर लेवल पर काबू पा सकते हैं। दरअसल, तुलसी में मौजूद यूजेनॉल, मिथाइल यूजेनॉल और कैरियोफिलिन जैसे तत्वों की वजह से पैंक्रियाटिक बीटा सेल्स सही तरीके से काम करते हैं। ऐसे में शरीर में इंसुलिन का उत्पादन भी बेहतर होता है और इस तरह तुलसी के पत्ते ब्लड शुगर को नॉर्मल करने में असर दिखाते हैं।
मोरिंगा की पत्तियां
कई शोध की रिपोर्ट्स बताती हैं कि मोरिंगा कि पत्तियों में आइसोथियोसाइनेट नामक एक केमिकल कंपाउंड पाया जाता है, जो मधुमेह को कंट्रोल करने में सहायक है। इसके अलावा इस पौधे की पत्तियों में पाया जाने वाला क्लोरोजेनिक एसिड शरीर में शुगर को बेहतर तरीके से प्रोसेस करने में मदद कर सकता है, साथ ही इंसुलिन को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसे में बढ़ते शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए आप कच्ची मोरिंगा की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा इसका पाउडर या फिर जूस बनाकर भी पी सकते हैं।
अरबी के पत्ते
अरबी के पत्तों का अर्क भी ब्लड शुगर को कम करने में मैजिकल तरीके से काम कर सकता है। अरबी के पत्ते एस्कुलेंटा फाइबर से भरे होते हैं, इनमें कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीफेनोल्स भी पाए जाते हैं जो ब्लड में शुगर को मेंटेन रखते हैं। इसके अलावा अरबी के पत्तों में भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन बी 6, फोलेट, मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, मैंगनीज, जिंक, कॉपर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शुगर के मरीज के लिए जरूरी हैं।
नीम के पत्ते
नीम का पेड़ भी अधिकतर भारतीयों के घर में मौजूद होता है। एनसीबीआई यानी नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, नीम की पत्तियों एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं। वहीं, ये गुण ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ने से रोकने में मददगार साबित हो सकते हैं। ऐसे में आप नीम की पत्तियों के अर्क के सेवन भी मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी पर काफी हद तक काबू पा सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।